भ्रष्टाचार में गले तक डूबी खेड़ली पंचायत को…‘उत्कृष्ट पंचायत’ के पुरस्कार से नवाजा!
सांध्य दैनिक खबरवाणी, बैतूल
आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि भ्रष्टाचार में गले तक आंकठ डूबी खेड़ली ग्राम पंचायत को ‘पंचायत उन्नति सूचकांक-1.0’ के तहत उत्कृष्ट पंचायत के पुरस्कार से नवाजा गया है, बता दें कि यह कार्यक्रम केंद्र सरकार द्वारा पंचायतों की रैकिंग सुनिश्चित करने विकास को गति देने के लिए शुरू किया गया है, इसके तहत ग्राम पंचायतों को केंद्र सरकार की प्रश्नावली को ऑनलाइन भरकर आवेदन करना है। जिसके आधार पर पंचायतों का चयन पुरस्कार के लिए किया जाता है, पर आश्चर्यजनक बात यह है कि जो जानकारी ऑनलाइन प्रश्नावली में भरी जाती है लेकिन इसकी सत्यतता जानने की जमीनी स्तर पर कोई व्यवस्था नहीं है। अर्थाथ जो जानकारी ऑनलाइन भर दी गई वही सही मान ली जाती है। इसी के चलते बैतूल जनपद पंचायत की खेड़ली ग्राम पंचायत को यह तमगा हासिल हुआ है, जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटरदूर स्थित खेड़ली ग्राम पंचायत में यदि कोई वरिष्ठ अधिकारी जाकर देखे तो पता चलेगा कि यहां भ्रष्टाचार का आखिर आलम क्या है, यहां पटेली के ठाठ ऐसे हैं कि एक व्यक्ति के घर के लिए लाखों रुपए का पुल खड़ा कर दिया गया है, जबकि जिले के कई आदिवासी गांवों के हालात आज भी ऐसे हैं कि नदी-नालों पर पुल नहीं होने से गर्भवती महिला को उफनती नदी बैलगाड़ी के सहारे पार कराई जाती है, जिनकी तस्वीरें अक्सर देखने को मिल रही हैं, ऐसा भी नहीं कि खेड़ली पंचायत की शिकायतें नहीं हो रहीं, लगातार कलेक्टर महोदय सहित अन्य अफसरों को ग्रामसभा नहीं होने, विकास ठप होने, भ्रष्टाचार, धांधली जैसी शिकायतें मिल रही हैं, लेकिन सरकारी और राजनीतिक मैनेजमेंट ऐसा चल रहा है कि संबंधित जिम्मेदारों को इस पंचायत में झांककर देखने की फुर्सत ही नहीं या ऐसा कहें कि कोई यहां के भ्रष्टाचार से परदा ही नहीं उठाना चाहता है।
हाले-पंचायत: खेड़ली में नहीं आता नल से जल, नालियां गंदगी से पटी पड़ी, गड्ढे में सडक़ या सडक़ में गड्ढे?
हाल: पहुंच वालों तक पहुंचता है पानी
खेड़ली ग्राम पंचायत के ग्रामीणों की शिकायत है कि चार ट्यूबवेल हुए थे, जिसमें से एक में मोटर डालकर पाइप लाइन गांव एक पहुंच वाले के घर तक पहुंची बाकी जगह न ता पाइप लाइन का पता है और न ही नल से जल योजना का पानी ही घर-घर तक पहुंच रहा है, यह आपबीती आक्रोशित ग्रामीणों ने तब कही जब खबरवाणी की टीम ग्राम पंचायत पहुंची थी। जबकि पानी की यह योजना ग्रामीणों का हक है।
अनदेखी: गंदगी से पटी नालियां
खबरवाणी ने अपनी खेड़ली पंचायत की खबरों की श्रृंखला में मय फोटोग्राफ के साथ यह भी बताया है कि ग्राम पंचायत की नालियां किस तरह से गंदगी से पटी पड़ी हैं, जबकि स्वच्छ भारत अभियान को लेकर सरपंच, सचिव लापरवाही बरत रहे हैं तो दूसरे तरफ देश के दिग्गज नेता देश को साफ रखने के लिए झाडू तक चला रहे हैं जिससे कि लोग सफाई के प्रति जागरूक हों और अपने क्षेत्र की सफाई करें।
लापरवाही: पंचायत भवन में ताला
ग्रामीणों की यह भी शिकायत है कि पंचायत भवन में अक्सर ताला लगा रहा है, सचिव अपने रोजमर्रा के कामों से बैतूल चले जाते हैं जबकि सचिव कभी कभार जब उच्च अधिकारियों को रिपोर्टिंग देनी होती है तभी पंचायत का रुख करती हैं। ग्रामीण बताते हैं कि यदि किसी प्रमाण पत्र पर सील साइन करवाना हो तो पहले फोन करके सचिव को या सरपंच को बुलाना पड़ता है या उन तक पहुंचने की परेशानी उठाना पड़ता है।
भ्रष्टाचार : एक घर के लिए बना पुल
ग्राम पंचायत खेड़ली में महज एक घर की सुविधा के लिए 8 लाख रुपए के पुल का निर्माण करा दिया गया। ग्राम पंचायत का एक पुख्ता सूत्र यह भी बता रहा है कि सरपंच तो डंंके की चोट पर कहता है कि वह खुद यह पुल एक घर की सुविधा के लिए स्वीकृत करवाकर लाया है और बनवाया भी है, लेकिन इस पुल में भ्रष्टाचार का वो मसाला लगाया गया है जो इस पंचायत के ग्रामीणों के साथ एक तरह से खिलवाड़ है।
इनका कहना है
पंचायती सूचकांक 1.0 केंद्र सरकार का कार्यक्रम है, यह पंचायतों की रैकिंग सुधारने और पंचायत के विकास पर फोकस करने के लिए शुरू किया गया कार्यक्रम है। इस कार्यक्रम में फिलहाल जमीनी स्तर पर किसी तरह के निरीक्षण का विकल्प नहीं है, ऑनलाइन फार्म भरना होता है उसी आधार पर पंचायतों का सिलेक्शन होता है, जहां तक आप खेड़ली पंचायत की बात कर रहे हैं तो यहां पर हो रहे भ्रष्टाचार की हर स्तर पर निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी।
शिवानी रॉय, जनपद सीईओ, बैतूल