50 लीटर दूध में 3 हजार के काजू डालकर बनाई खीर ग्रामीणों को पता नहीं कब मना वडाली में गौरव दिवस
वडाली ग्राम पंचायत में मनाया फर्जी गौरव दिवस… आहरण कर लिए हजारों रुपए
सांध्य दैनिक खबरवाणी, आठनेर
50 लीटर दूध, 15 किलो शक्कर, 25 किलो चावल और 3 हजार रुपए के ड्रायफ्रूट यानी काजू-किसमिस डालकर कुल 12 हजार 575 रुपए की किराना सामग्री खीर बनाने के लिए खरीदी गई। ये सभी तैयारी ग्राम पंचायत में वडाली के गौरव दिवस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर की गई, लेकिन गौरव दिवस कब मनाया गया, कब खीर बांटी गई इसकी जानकारी किसी को नहीं है, बल्कि सबसे बड़ी बात तो यह है कि खुद सरपंच को भी इसकी तारीख याद नहीं है कि ये आयोजन कब हुआ, लेकिन बाकायदा पंचायत से इसका बिल भी निकाला जा चुका है, अब सरपंच और सचिव से बाबात जानकारी लेने पर वे इधर उधर बगले झांक रहे हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि जनपद क्षेत्र के ग्राम वडाली में गौरव दिवस के नाम पर बिल लगाकर पैसा निकाल लिया गया। ग्राम के लोगों से पूछने पर बताया कि साहब कार्यक्रम कब हुआ हमको नहीं पता, कौन सी तारीख थी, कितने लोग थे, किसी को नहीं पता कि कब हुआ गौरव दिवस कार्यक्रम का आयोजन। ग्राम के लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है कि बिल में ही कार्यक्रम हो रहे हैं और कौन है जो 3 हजार के काजू खा रहा है।
बिना गौरव दिवस मनाए हजारों रुपए की किराना सामग्री के बिल का आहरण किया
आज एक छोटे से बिल से प्रदर्शित होता है सचिव साहब अपने मनमानी से छोटे छोटे काम करके कितने अमीर होते जा रहे हैं। सरकार जहां जनता को लाभ देना चाहती है इसमें अधिकारी अपनी मनमानी कर जनता का पैसा लूटने में लगे हैं। फर्जी बिल लगाकर जेब भर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि साहब मामले तो बहुत सारे हैं हम आपको बता भी सकते हैं पर हमारा नाम नहीं चाहिए। हमारा नाम आएगा तो हमको किसी योजना का लाभ नहीं मिलेगा। सचिव साहब की इतनी दबंगई से ग्राम पंचायत के निवासी सब घबराए हुए है। ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत में बहुत सारे मामलों में भ्रष्टाचार हुआ जिसका जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा। जनहित की योजना में हुए घोटालों की जांच को लेकर उच्च अधिकारी से बात की जाएगी।
रेत, गिट्टी, लोहे के विक्रेता का लगाया बिल पेन से आबलिक कर लिखा किराना
वडाली ग्राम पंचायत के गौरव दिवस के आयोजन में कितनी सच्चाई है यह तो ग्रामीणों ने बता ही दिया है, लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि जो बिल लगाया गया है वह रेता, गिट्टी विक्रता की दुकान का लगाया गया है जिसमें पेन से आबलिक कर किराना सामान भी लिख दिया है। यानी हार्डवेयर सामग्री की इस दुकान पर किराना भी मिलता है। खैर जो भी किराना मिलता भी होगा तो किसी किराना दुकान से खरीदा जाता न की रेत, गिट्टी की दुकान से। ग्राम पंचायत से आहरित किए गए इस बिलम ें कितनी सच्चाई है यह तो जांच में समाने आएगा। इधर जनपद सीईओ का कहना भी है मामला जांच के बाद ही सामनेआएगा वहीं सचिव लगातार बार-बार फोन करने के बावजूद फोन रिसवी नहीं कर रहा है जिससे मामलो की सही जानकारी मिल सके। इधर ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि वडाली ग्राम पंचायत में जब सार्वजनिक आयोजनों के फर्जी तरीके से बिल निकाले जा रहे हैं तो अन्य निर्माण कार्यों में कितना घोटाला किया जाता होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से इस ग्राम पंचायत में होने वाले निर्माण कार्यो की जांच एवं जहां-जहां बिल लगाए जाते हैं उनकी निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि पंचायत के लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं का पैसा सही जगह इस्माल हो और उसका गलत उपयोग न हो।
इनका कहना है
मैं बाहर यात्रा पर था हुआ था पर कब हुआ तारीख नहीं पता इसकी जानकारी सचिव साहब को है।
मुन्नीलाल मर्सकोले, सरपंच ग्राम पंचायत वडाली
इस मामले की जांच कराएंगे और गलत रहा तो जो भी कार्रवाई हो सकती है की जाएगी।
सुश्री अक्षिता जैन, जनपद सीईओ, जनपद पंचायत आठनेर