करवाचौथ व्रत: हिंदू धर्म में करवा चौथ का बहुत अधिक महत्व होता है। इस व्रत को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए करती हैं। इस साल 13 अक्टूबर को यह व्रत रखा जाएगा। यह व्रत काफी कठिन व्रत होता है। करवा चौथ व्रत में जल का सेवन भी नहीं किया जाता है। यह व्रत निर्जला रखा जाता है। कुछ महिलाओं को करवा चौथ का व्रत नहीं करना चाहिए
करवाचौथ व्रत
जाने करवाचौथ किन औरतो को नहीं करना चाहिए Know which women should not do Karva Chauth
करवाचौथ व्रत: जाने करवाचौथ किन औरतो को नहीं करना चाहिए इससे होने वाले इन नुकसानो का नही कर पाओगे भुगतान
करवाचौथ व्रत
गर्भवती महिलाएं न करें व्रत pregnant women should not fast
गर्भवती महिलाओं को करवा चौथ का व्रत नहीं करना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान खान-पान का ध्यान न रखने की वजह से स्वास्थ्य संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। गर्भवास्था के दौरान अगर आप व्रत रख रही हैं तो पहले अपने डॅाक्टर से सलाह जरूर ले लें।डायबिटीज से पीड़ित महिलाएं न रखें व्रतडायबिटीज के मरीजों को व्रत रखने से बचना चाहिए। डायबिटीज में व्रत रखने से आपका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। डायबिटीज के मरीजों को व्रत रखने से पहले अपने डॅाक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए। Read Also: करवाचौथ व्रत 2022: इस त्यौहार को क्यों और किसलिए मनाया जाता है,जाने इस त्यौहार की खासियत क्यों सुहागने ही करती है व्रत कथा
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इससे होने वाले इन नुकसानो का नही कर पाओगे भुगतान Will not be able to pay for these losses due to this
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करवा चौथ व्रत में इन नियमों का पालन जरूर करें- Follow these rules in Karva Chauth fasting-
करवा चौथ का व्रत निर्जला रखा जाता है। इस व्रत में चांद के दर्शनों का विशेष महत्व होता है। रात में चांद के दर्शनों के बाद ही व्रत पूरा माना जाता है। रात्रि में चंद्रमा के दिखने पर ही अर्घ्य प्रदान करें। इसके साथ ही, गणेश जी और चतुर्थी माता को भी अर्घ्य देना चाहिए। करवा चौथ के दिन सुहागिनों को लाल, गुलाबी, पीला, हरा और महरून रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, पहली बार करवा चौथ व्रत रखने वाली स्त्रियों को लाल रंग के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। इतना ही नहीं पहली बार व्रत रखने वाली महिलाएं अगर शादी का जोड़ा पहनती हैं तो, इसे और उत्तम माना जाता है।