बैतूल -Kamalnath Congress -मिशन 2023 को लेकर पूर्व मुख्यमंंत्री कमलनाथ कांग्रेस की गुटबाजी को खत्म करने के साथ कांग्रेसियों को एकजुट करने में लगे हुए हैं। यही कारण है कि नगरीय निकाय चुनाव में उन्होंने कांग्रेस नेताओं को निर्देश दिए थे कि चुनाव जीतने के लिए सब एकजुट होकर प्रचार में जुट जाएं। कुछ ऐसा ही बैतूल में दिखा जब सारनी और आठनेर में नगरीय निकाय चुनाव प्रचार में विधायक और नेता एक साथ दिखे। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मेहनत पर उस समय पानी फिर गया जब कांग्रेस के विधायक ने कांगे्रसियों पर ही आरोप लगा दिया कि वह भाजपा से सेट हो जाते हैं।
ब्रम्हा भलावी ने लगाया था आरोप
चिचोली नगर परिषद के चुनाव को लेकर कांग्रेस विधायक ब्रम्हा भलावी अपने समर्थकों के साथ चिचोली में जनसंपर्क कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने एक न्यूज चैनल को बयान दिया कि चिचोली में कुछ कांग्रेसी नेता भाजपा से सेट हो जाते हैं इसलिए 10 वर्ष से कांग्रेस की नगर पंचायत नहीं बनी। व्यवसाय को लेकर यह लोग बीजेपी को सपोर्ट कर देते हैं। श्री भलावी ने यह भी कह दिया कि यह लोग मानते हैं कि चित भी मेरा और पट भी मेरा। अब उन नेताओं की पहचान की जाएगी। अगर यहां की नगर पंचायत में गद्दारी की तो इनको 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया जाएगा।
कांग्रेस की एकजुटता पर उठ रहे सवाल
नगरीय निकाय चुनाव में आमला विधानसभा की सारनी नगर पालिका, बैतूल विधानसभा की आठनेर नगर परिषद एवं घोड़ाडोंगरी विधानसभा की चिचोली नगर परिषद में चुनाव जिताने को लेकर कांग्रेस एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रही है। यही कारण है कि सारनी में विधायक सुखदेव पांसे और विधायक निलय डागा ने एकसाथ जनसंपर्क किया। वहीं आठनेर में विधायक निलय डागा के साथ विधायक सुखदेव पांसे, विधायक धरमूसिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुनील शर्मा की आठनेर में आमसभा की गई। राजनैतिक गलियारों में माना जाता है कि कांग्रेस की गुटबाजी में पांसे और डागा गुट अलग-अलग हैं। कांगे्रस जिलाध्यक्ष सुनील शर्मा निलय डागा के साथ दिखाई देते हैं तो कार्यवाहक जिलाध्यक्ष हेमंत वागद्रे पांसे गुट के माने जाते हैं। ऐसे में ब्रम्हा भलावी के बयान से एकजुटता पर कितना भरोसा किया जाए?