कांग्रेस के केंद्रीय संगठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका में लौट सकते हैं कमलनाथ
Kamal Nath may return: कमलनाथ, जो लंबे समय तक गांधी परिवार के साथ भारतीय राजनीति में सक्रिय रहे हैं और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं, अब कांग्रेस के केंद्रीय संगठन में एक महत्वपूर्ण भूमिका में लौट सकते हैं। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, मध्य प्रदेश विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी को मिली हार के बाद कमलनाथ राजनीतिक परिदृश्य से कुछ हद तक ओझल हो गए थे।
हालिया परिदृश्य:
भाजपा में शामिल होने की अटकलें और छिंदवाड़ा लोकसभा सीट हारने के बाद से कमलनाथ राजनीतिक रूप से पीछे चले गए थे। इसके साथ ही, उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से भी हटा दिया गया था।कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा अब कमलनाथ को केंद्रीय राजनीति में वापस लाने की योजना है। हालांकि, उन्हें राहुल गांधी की कोर टीम में स्थान नहीं मिलेगा, लेकिन पार्टी उन्हें अनुशासन समिति के अध्यक्ष या एक समान पद देने पर विचार कर रही है, जिससे उनका सम्मान और वरिष्ठता बनी रहे।
संभावित भूमिका:
कमलनाथ की राजनीतिक दक्षता और संपर्कों को ध्यान में रखते हुए, उन्हें चुनाव प्रबंधन समिति या इससे संबंधित किसी अन्य पद पर नियुक्त किया जा सकता है। पार्टी में उन्हें प्रबंधन का विशेषज्ञ माना जाता है, और यह माना जा रहा है कि उनके लिए ऐसा पद चुना जाएगा जो किसी राज्य में उनके दौरे के दौरान उन्हें पार्टी प्रोटोकॉल के अनुसार मान्यता दिला सके।
राहुल गांधी और कमलनाथ की मुलाकात:
हाल ही में राहुल गांधी और कमलनाथ के बीच हुई मुलाकात ने उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कई अटकलों को जन्म दिया है। हालांकि, यह स्पष्ट हो गया है कि उन्हें पार्टी में एक प्रमुख भूमिका दी जाएगी, लेकिन वह सीधे मुख्यधारा की राजनीति में नहीं लौटेंगे। इस रणनीति का उद्देश्य कमलनाथ के राजनीतिक करियर को सम्मानजनक तरीके से बनाए रखना है।
फंड जुटाने की जिम्मेदारी:
एक और संभावित जिम्मेदारी जिसे लेकर चर्चा हो रही है, वह कांग्रेस के लिए फंड जुटाने की हो सकती है। पहले उनके नाम पर पार्टी का कोषाध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा थी, लेकिन अजय माकन को इस पद पर नियुक्त किए जाने के बाद अब यह संभावना नहीं है। हालांकि, पार्टी के लिए फंड जुटाने में उनकी विशेषज्ञता का उपयोग करने पर विचार किया जा रहा है।
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निष्कर्ष:
कमलनाथ की वापसी का उद्देश्य उनके लंबे राजनीतिक अनुभव और प्रबंधन कौशल का लाभ उठाना है, जबकि उनकी सम्मानजनक स्थिति और वरिष्ठता को भी बनाए रखना है।
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