Search ई-पेपर ई-पेपर WhatsApp

काले टमाटर की खेती बनाएगी किसानों को धन्नासेठ, देखे पूरी जानकारी

By
On:

काले टमाटर, जिसे ‘इंडिगो रोज़ टमाटर’ भी कहा जाता है, यूरोपियन बाजार का ‘सुपरफूड’ है। अब इसकी खेती भारत के कई हिस्सों में सफलतापूर्वक की जा रही है। भारत में ब्लैक टमाटर की खेती शुरू हो गई है और इसकी कीमत लाल टमाटर से अधिक है। काले टमाटर की खेती से किसान भारी मुनाफा कमा सकते हैं।

काले टमाटर की खेती कैसे करें

भारत का मौसम काले टमाटर की खेती के लिए बिल्कुल उपयुक्त है क्योंकि यह मुख्यतः गर्म क्षेत्रों में उगाया जाता है। जनवरी का महीना ब्लैक टमाटर की बुवाई के लिए सबसे सही समय है। अगर इसे जनवरी में बोया जाए तो किसान इसे अप्रैल-मई तक प्राप्त करना शुरू कर सकते हैं। बैक्टीरिया और जैविक यौगिकों वाली दोमट मिट्टी काले टमाटर की खेती के लिए सही साबित होती है। इसके साथ ही इसे चिकनी दोमट मिट्टी में भी उगाया जा सकता है।

काले टमाटर में मौजूद हैं कई पोषक तत्व

काले टमाटर में कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं। इसकी फसल 90 से 120 दिनों के भीतर भरपूर फल देती है। यह टमाटर पकने से पहले काले होते हैं और पकने के बाद भी काले रहते हैं। बाहर से काले और अंदर से लाल होते हैं, इनके बीज लाल टमाटर जैसे ही होते हैं।

काले टमाटर को लंबे समय तक ताजा रखा जा सकता है। इसकी काले रंग और कई प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण इसकी कीमत बाजार में लाल टमाटर से अधिक होती है। इनमें औषधीय गुण भी लाल टमाटर से ज्यादा होते हैं।

काले टमाटर की कुछ खासियतें

अगर हम काले टमाटर की खासियत की बात करें तो यह बाहर से काला और अंदर से लाल होता है। इसे कच्चा खाने पर इसका स्वाद न ज्यादा खट्टा होता है और न ही ज्यादा मीठा, इसका स्वाद नमकीन जैसा होता है। यह वजन कम करने, शुगर लेवल घटाने और कोलेस्ट्रॉल कम करने में भी उपयोगी है।

काले टमाटर की खेती से बन सकते हैं करोड़पति

काले टमाटर की खेती में केवल बीज की लागत अधिक होती है। पूरी खेती का खर्च निकालने के बाद किसान प्रति हेक्टेयर 4-5 लाख रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं। ब्लैक टमाटर की पैकिंग और ब्रांडिंग के जरिए मुनाफा और भी बढ़ जाता है। ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए इसे बड़े शहरों में बेचने के लिए भेजा जा सकता है।

For Feedback - feedback@example.com

1 thought on “काले टमाटर की खेती बनाएगी किसानों को धन्नासेठ, देखे पूरी जानकारी”

Comments are closed.

Home Icon Home E-Paper Icon E-Paper Facebook Icon Facebook Google News Icon Google News