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Jal Jeevan Mission – 6 माह का काम दो साल में भी नहीं हुआ पूरा

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सेहरा में जल जीवन मिशन के कार्यों में अनियमितता के लगे आरोप

Jal Jeevan Missionबैतूल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घर-घर नल से पानी पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना में किस तरह से पलीता लग रहा है इसका उदाहरण बैतूल विकासखंड के सेहरा ग्राम में देखने को मिल रहा है, जो जिला मुख्यालय के काफी नजदीक है। जलजीवन मिशन योजना का जो कार्य 6 माह में पूर्ण होना था वो 2 साल बाद भी अधूरा है। ग्रामीणों को जब योजना का लाभ नहीं मिला तो उनका सब्र का बांध फूट गया और आंदोलन के लिए मजबूर हो गए। इसको लेकर ग्रामीणों ने कई बार बैतूल कलेक्टर अमनबीर सिंह बैंस को भी शिकायत की। इसके बावजूद कुछ सुधार हुआ लेकिन अभी भी बहुत सा काम अधूरा है।

2 साल में नहीं हुआ काम पूरा | Jal Jeevan Mission

जल जीवन मिशन के तहत 1 करोड़ 55 लाख रुपए की योजना ग्राम सेहरा में स्वीकृत की गई थी। यह योजना 2021 में स्वीकृत हुई थी और इसे पूरा करने के लिए 6 माह की समय सीमा थी। लेकिन 2023 के आखरी में भी यह योजना पूरी नहीं हुई है। इस योजना में कई कमियां अभी भी रह गई हैं जिसके कारण पूरे गांव को योजना का लाभ सही ढंग से नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं और इसके लिए अधिकारियों के चक्कर भी काट रहे हैं।

बहुत से कार्य हैं अधूरे

जलजीवन मिशन के तहत घर-घर नल लगाकर पानी देने की योजना के तहत सेहरा में अभी भी कई कार्य अधूरे हैं। सूत्रों की माने तो यहां पर 13 हजार 200 मीटर पाइप लाइन बिछाई जानी थी जिसमें 3200 मीटर पाइप लाइन बिछाने का काम पूरा नहीं हुआ है। यह अभी भी चल रहा है। इसके अलावा घरों में दिए गए नल कनेक्शन में स्टैंड पोस्ट बनाए जाने थे। ग्रामीणों का कहना है कि अभी मात्र 10 प्रतिशत ही स्टैंडपोस्ट बनाए गए हैं, 90 प्रतिशत कनेक्शन के स्टैंडपोस्ट नहीं बनाए गए हैं।

उपसरपंच ने लगाए गंभीर आरोप | Jal Jeevan Mission

सेहरा ग्राम पंचायत के उपसरपंच किशोर हारोड़े ने एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जो पाइप लाइन बिछाई गई है उसे पूरा अंडरग्राऊंड नहीं किया गया है। कई जगह पर पाइप ऊपर दिख रहे हैं। कांक्रीट रोड को खोदकर पाइप लाइन डाली गई थी। लेकिन इसे वैसा ही छोड़ दिया, गड्ढों में कांक्रीट नहीं डलने के कारण सडक़ खराब हो गई है। उनका कहना है कि टंकी तो बना दी गई थी लेकिन उसमें पानी नहीं भरा था। ग्रामीणों के विरोध के बाद उसमें पानी भरना शुरू किया गया। श्री हारोड़े ने यह भी आरोप लगाया कि जो वाल लगाए गए हैं वह घटिया किस्म के हैं। जहां दो वाल लगाने थे वहां एक वाल लगाया है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों ने चक्काजाम किया तो उसके बाद कुछ सुधार हुआ और पानी मिलना शुरू हुआ लेकिन पूरी योजना में काफी गड़बड़ी हैं।

इनका कहना…

पानी की सप्लाई बंद हो गई थी इसको लेकर चक्काजाम किया गया था। बिजली ट्रांसफार्मर बंद होने के कारण सप्लाई बंद हुई थी अब चालू कर दी गई है। ठेकेदार अभी भी काम कर रहा है।

रवि वर्मा, सहायक यंत्री, पीएचई, बैतूल
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