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Jal Jeevan Mission – सवा करोड़ की जल जीवन मिशन की खत्म हुई टाईम लिमिट

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वर्क आर्डर देने के बाद भी ठेकेदार ने प्रारंभ नहीं किया कार्य, ठेकेदार की लापरवाही से धामनगांव में जलसंकट से जूझ रहे ग्रामीण

Jal Jeevan Missionआठनेर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना हर घर स्वच्छ जल नल से पहुंचे इसके लिए जल जीवन मिशन योजना चलाई जा रही है। इस योजना का सही ढंग से क्रियान्वयन हो जाए तो ग्रामीण क्षेत्रों की पेयजल समस्या हल हो जाएगी।

भैंसदेही विकासखंड के धामनगांव में ठेकेदार को जलजीवन मिशन योजना के तहत 6 माह पहले वर्क आर्डर दिया गया था लेकिन कार्य शुरू नहीं होने के कारण धामनगांव में ग्रामीण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। अब हालात यह है कि उन्हें महंगे दामों में पानी खरीदना पड़ रहा है। पीएचई ने ठेकेदार को नोटिस भी दिया है। अब अगर नए सिरे से वर्क आर्डर दिया जाता है तो योजना को मूर्तरूप लेने में ही पूरा ग्रीष्मकाल निकल जाएगा।

हालात हुए बदत्तर | Jal Jeevan Mission

धामनगांव में पेयजल संकट का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि ग्रामीणों को 400 रूपए प्रति टैंकर का पानी खरीद कर उपयोग करना पड़ रहा है। ऐसे में कई लोगों ने इस मजबूरी को अपना व्यवसाय बना लिया है। ग्रामीणों की मानें तो एक महीने में 1200 रूपए का पानी खरीदना पड़ रहा है। और यह सब सरपंच- सचिव देख रहे परन्तु अभी तक इस ओर किसी ने ध्यान देने कि जहमत नहीं उठाई।

सितम्बर में दिया था वर्क आर्डर | Jal Jeevan Mission

धामनगांव को जीवन जीवन मिशन से जोडऩे के लिए योजना स्वीकृत की गई थी। स्वीकृति के बाद टैंडर निकाले गए और 1 करोड़ 33 लाख की इस योजना का ठेका बिहार की मेसर्स रेणु सिंह कंपनी को मिला था। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय उपसंभाग भैंसदेही के द्वारा ठेकेदार को 13 सितम्बर 2022 वर्क आर्डर दे दिया गया था।

वर्क आर्डर मिलने के बाद भी धामनगांव में जल जीवन मिशन का कार्य शुरू नहीं हुआ। जबकि नियम से यह कार्य 6 माह के भीतर कंपलीट हो जाना चाहिए था जिसका टाईम लिमिट भी खत्म हो रही है।

अधिकारी लगे पल्ला झाडऩे | Jal Jeevan Mission

धामनगांव में जलसंकट खड़ा होने के कारण ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीणों ने इस मामले को लेकर ग्राम पंचायत और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग दोनों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग भैंसदेही के सहायक यंत्री पवन गुप्ता ने सांध्य दैनिक खबरवाणी से चर्चा करते हुए बताया कि वर्क आर्डर दे दिया गया है। कार्य देरी से शुरू होने के पीछे मटेरियल की गुणवत्ता का कारण है। पाइप की जांच होने के बाद ही काम शुरू होता है।

वहीं उपयंत्री अखिलेश वडोले का कहना है कि वर्क आर्डर दिए लंबा समय हो गया है और इसमें एजेंसी की लापरवाही सामने आ रही है इसको लेकर उन्हें नोटिस दिया गया है। पंचायत सचिव पवन तिवारी का कहना है कि पहले से जो नलजल योजना चल रही थी उसमें ग्रामीण बिल नहीं दे रहे हैं जिसके कारण यह दिक्कत आई है। पंचायत के पास डीपी शिफ्टिंग के लिए फण्ड नहीं है। वैसे ही इस गांव में जल जीवन मिशन योजना स्वीकृत हो गई है। और उनको सभी काम करना है।

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