सीएम हाउस में क्षमा वाणी कार्यक्रम को किया संबोधित
Jain Welfare Board: मध्यप्रदेश सरकार ने जैन समाज के कल्याण के लिए एक अहम कदम उठाते हुए जैन कल्याण बोर्ड के गठन की घोषणा की है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को भोपाल स्थित सीएम हाउस में क्षमा वाणी कार्यक्रम के दौरान यह घोषणा की। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जैन समाज की परंपराओं और उनकी शिक्षाओं का महत्व बताया।मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में यह भी कहा कि जब भी मुनि, आचार्य, साधु-संत किसी पंचायत या निकाय से गुजरेंगे और उन्हें किसी सरकारी भवन की आवश्यकता होगी, तो शासन उन्हें नि:शुल्क और सर्वोच्च प्राथमिकता पर भवन उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि सागर में खुलने वाला मेडिकल कॉलेज आचार्य विद्यासागर जी महाराज के नाम पर रखा जाएगा।मुख्यमंत्री ने जैन समाज की सराहना करते हुए कहा कि जैसे कमल दल विशाल जलराशि में होने के बावजूद अपने ऊपर एक भी पानी की बूंद नहीं स्वीकार करता, वैसे ही जैन समाज भी अपने स्वभाव में विशेषता रखता है। उन्होंने ‘जियो और जीने दो’ के दर्शन को भारतीय समाज की गहरी जड़ें बताते हुए कहा कि यही हमारे देश की प्रवृत्ति रही है और यह दर्शन हमारे रोम-रोम में समाहित है।
क्षमा पर्व और राजनीति में क्षमा की भूमिका
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कार्यक्रम में क्षमा के महत्व को बताते हुए कहा कि हमारे समाज में कहा गया है कि क्षमा बड़न को चाहिए, छोटे को उत्पात। उन्होंने भगवान विष्णु और भृगु ऋषि के संवाद का उल्लेख किया, जहां भगवान विष्णु ने ऋषि से क्षमा मांगी थी। एमएसएमई मंत्री चैतन्य काश्यप ने भी क्षमा के महत्व पर बात करते हुए कहा कि क्षमा से बड़ा सुकून देने वाला कोई पल नहीं होता।कार्यक्रम में पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया ने भी अपनी ओर से सभी से क्षमा मांगी और मुख्यमंत्री द्वारा इस आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया।इस कार्यक्रम के दौरान संगीतकार सिद्धार्थ काश्यप और उनकी टीम ने “मिच्छामि दुक्कड़म” गीत की प्रस्तुति दी, जिसे श्रोताओं ने सराहा। सिद्धार्थ काश्यप, मंत्री चैतन्य काश्यप के पुत्र हैं, और उन्होंने अपने संगीत से जैन समाज के क्षमा पर्व को और भी खास बना दिया।इस घोषणा के साथ, मुख्यमंत्री ने जैन समाज की शिक्षा और संस्कारों को बढ़ावा देने का आश्वासन दिया, जिससे समाज में भाईचारे और शांति की भावना मजबूत होगी।
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