11 जल परियोजनाओं को मध्यप्रदेश शासन से दिलाई स्वीकृति, बढ़ेगा सिंचाई का रकबा
Irrigation area will increase – बैतूल – केंद्रीय मंत्री दुर्गादास उइके ने जिले में सिंचाई सुविधा बढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री एवं सिंचाई मंत्री से मुलाकात कर 198.92 करोड़ रुपए की 11 जल परियोजनाओं को स्वीकृति दिलाई है। 11 जल परियोजनाओं को स्वीकृति मिलने से जिले में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा जिसका सीधा फायदा किसानों को होगा।
सीएम और जल संसाधन मंत्री से की थी मांग | Irrigation area will increase
ज्ञात हो की विगत कई वर्षों से बैतूल जिले की जनता द्वारा विभिन्न जल परियोजनाओं की मांग की जा रही थी, अपने क्षेत्र की जनता की आवाज को श्री उइके ने पुरजोर तरीके से उठाकर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव एवं जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट को इन मांगों से अवगत कराया था। अब मध्यप्रदेश शासन के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट द्वारा जल संसाधन विभाग के वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु सिंचाई के रकबे को बढ़ाने के उद्देश्य से 198.02 करोड़ की लागत से बनने वाली 11 जल परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की है।
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5444 हेक्टेयर बढ़ेगा सिंचाई रकबा
केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने कहा की वह मुख्यमंत्री और जल संसाधन मंत्री से भेंट कर इन जल परियोजनाओं को स्वीकृत कराने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे थे। अब उनके प्रयासों से बैतूल जिले को 198.02 करोड़ की लागत से बनने वाली 11 जल परियोजनाओं की स्वीकृति इस वार्षिक बजट में मिली है जिससे 5444 हेक्ट क्षेत्र में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा। श्री उइके ने इन नवीन परियोजनाओं की स्वीकृति प्रदान करने पर मध्यप्रदेश शासन के मुख्यमंत्री मोहन यादव एवं जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट का आभार व्यक्त किया।
इन 11 जल परियोजनाओं को मिली स्वीकृति
रामघाटी सिंचाई परियोजना
लागत 116.00 करोड़
जिससे 3000 हेक्टेयर में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा,
कोयलारी टैंक (नहर रहित) परियोजना
लागत 5.42 करोड़
जिससे 193 हेक्ट. क्षेत्र में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा,
मजरीघोघरा टैंक (नहर रहित) परियोजना
लागत 8.34 करोड़
जिससे 299 हैक्ट. में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा,
पारेगांव परियोजना
लागत 9.53 करोड़
जिससे 280 हेक्ट. में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा,
जामगाव परियोजना
लागत 5.71 करोड़
जिससे 170 हेक्ट. में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा,
राखीढाना परियोजना
लागत 14.98 करोड़
जिससे 400 हेक्ट. में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा,
जाम परियोजना
लागत 5.81 करोड़
जिससे 159 हेक्ट. में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा,
भैसादंड परियोजना
लागत 10.69 करोड़
जिससे 314 हेक्ट. में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा
देवरी परियोजना
लागत 5.72 करोड़
जिससे 165 हेक्ट. में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा,
खुसरंगढाना परियोजना
लागत 10.14 करोड़
जिससे 298 हेक्ट. में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा,
चिल्हाटी परियोजना
लागत 5.68 करोड़
जिससे 175 हेक्ट में सिंचाई का रकबा बढ़ेगा।
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