इंदौर: गुरुवार को प्रेस क्लब के बाहर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने पहुंचे युवकों और उनके साथ आई युवतियों पर बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया। मारपीट और धक्का-मुक्की की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मीडियाकर्मियों की मदद से सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद युवक और युवती को सेंट्रल कोतवाली ले जाया गया।
धर्मांतरण और विदेशी फंडिंग के आरोप गलत
प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए सौरभ बनर्जी और उसके साथियों ने कहा की उन पर लगाए गए धर्मांतरण और विदेशी फंडिंग के आरोप निराधार हैं। सौरभ ने बताया कि वे सामाजिक कार्यकर्ता हैं और जरूरतमंदों की सेवा करते है। हमारा धार्मिक प्रचार या धर्मांतरण से कोई लेना-देना नहीं है।
जंगल में ट्री हाउस बनाकर रह रहे
दरअसल, यह पूरा विवाद देवास जिले के बरोठा थाना क्षेत्र के अंतर्गत शुक्रवासा गांव से जुड़ा है, जहां हाल ही में कुछ युवक-युवतियों द्वारा जंगल में टपरीनुमा ढांचों में रहकर कथित रूप से संदिग्ध गतिविधियां करने की खबर आई थी। ग्रामीणों की शिकायत के बाद मंगलवार को पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की थी।
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तीन से चार टपरियां मिलीं
टीम को जंगल में करीब तीन से चार टपरियां (ट्री हाउस) मिलीं, जिनमें 8 से 10 युवक-युवतियां रह रहे थे। पूछताछ में सामने आया कि इन लोगों ने मात्र दो हजार रुपए में एक महीने के लिए करीब साढ़े छह बीघा जमीन किराए पर ली थी। इनमें से सौरभ बनर्जी का नाम सामने आया था जो मूल रूप से पश्चिम बंगाल से हैं । सौरभ के साथ चार अन्य युवक और इंदौर निवासी दो युवतियां भी शामिल थीं।
बजरंग दल ने धर्मांतरण का आरोप लगाया
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि यह समूह ग्रामीणों को लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है। संगठन के विभाग संयोजक अविनाश कौशल ने कहा कि देवास के जंगलों में संगठित धर्मांतरण किया जा रहा है, और जब उन्होंने सौरभ से बात करने की कोशिश की तो उन्हें धमकी दी गई।