IndiGo Crisis: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इन दिनों भारी संकट से जूझ रही है। लगातार छठे दिन भी इंडिगो की उड़ानें रद्द होने का सिलसिला जारी रहा। रविवार को फिर से 350 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल कर दी गईं। इससे पहले शनिवार को 800 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुई थीं। इस हालात ने हजारों यात्रियों की यात्रा पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दी है।
बड़े एयरपोर्ट्स पर हड़कंप, यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं
दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु जैसे बड़े एयरपोर्ट्स पर रविवार को भी अराजकता जैसा माहौल देखने को मिला। बोर्डिंग काउंटर के बाहर लंबी कतारें, परेशान यात्री और देरी की लगातार घोषणाएँ—इन सबने यात्रियों की परेशानी बढ़ा दी।
हालाँकि, पिछले कुछ दिनों से चल रही कैंसिलेशन की समस्या को देखते हुए कई लोग एयरपोर्ट पहुंचने से भी बच रहे हैं, ताकि अनावश्यक समय और पैसे की बर्बादी न हो।
सरकार की सख्ती: सभी यात्रियों को आज शाम तक रिफंड
केंद्र सरकार ने हालात को गंभीरता से लेते हुए एयरलाइन पर कड़ा रुख अपनाया है। सरकार ने स्पष्ट आदेश दिया है कि रविवार शाम 8 बजे तक सभी रद्द उड़ानों के यात्रियों को रिफंड दिया जाए।
यात्रियों की शिकायतें सोशल मीडिया से लेकर हेल्पलाइन तक पहुँचने के बाद सरकार की यह कार्रवाई हुई है। लोग कई दिनों से रिफंड और री-शेड्यूलिंग की समस्याओं से जूझ रहे थे।
DGCA की कड़ी नाराज़गी, शो-कॉज नोटिस जारी
लगातार उड़ान रद्द होने और यात्रियों को समय से जानकारी न मिलने पर DGCA ने इंडिगो के जिम्मेदार मैनेजर को शो-कॉज नोटिस भेजा है।नोटिस में पूछा गया है कि इतने बड़े स्तर पर कैंसिलेशन होने के बावजूद यात्रियों को समय रहते सही जानकारी क्यों नहीं दी गई।DGCA ने यह भी चेतावनी दी है कि अगर एयरलाइन ने जवाब संतोषजनक नहीं दिया तो और बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
यात्रियों की उम्मीद—जल्दी सामान्य होंगी सेवाएँ
लगातार कैंसिलेशन की वजह से कई यात्रियों की शादियाँ, इंटरव्यू, मेडिकल अपॉइंटमेंट और बिज़नेस मीटिंग्स तक प्रभावित हो चुकी हैं। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि एयरलाइन जल्द ही स्थिति को सामान्य करेगी।हालांकि, रविवार को उड़ानें कम संख्या में रद्द हुईं, जिससे संकेत मिलता है कि स्थिति धीरे-धीरे पटरी पर लौट सकती है। लेकिन फिलहाल, यात्रियों में अनिश्चितता और चिंता बरकरार है।





