India US Trade Deal: भारत और अमेरिका (India US Trade Deal) के बीच लंबे समय से चल रहे टैरिफ विवाद (Tariff Dispute) पर अब सुलह की उम्मीद जताई जा रही है। एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, भारत पर लगने वाला 50% टैरिफ घटकर सिर्फ 15 से 16% तक हो सकता है। बताया जा रहा है कि दोनों देशों के बीच ट्रेड डील (Trade Deal) लगभग फाइनल स्टेज में पहुंच चुकी है और नवंबर की शुरुआत तक इस पर आधिकारिक घोषणा की जा सकती है।
अमेरिका में घटेगा भारत पर टैरिफ, रिपोर्ट का बड़ा दावा
Mint की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका भारत पर लगने वाले इम्पोर्ट टैक्स (Import Tariff) को काफी हद तक कम करने पर सहमत हो सकता है। अगर ऐसा हुआ, तो भारत से अमेरिका जाने वाले इंजीनियरिंग, फार्मा, जेम्स-ज्वेलरी और टेक्सटाइल उत्पादों पर भारी टैक्स का बोझ कम हो जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सौदा अक्टूबर के अंत तक तय हो सकता है और नवंबर में इसके लागू होने की संभावना है।
रूस से तेल खरीद पर भी हो रही है चर्चा
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस डील में एनर्जी और एग्रीकल्चर सेक्टर (Energy and Agriculture Sector) को केंद्र में रखा गया है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कई बार भारत से रूस से तेल खरीद कम करने की अपील की है। माना जा रहा है कि इस समझौते के तहत भारत रूस से कच्चे तेल की खरीद में कटौती (Russian Oil Imports Cut) कर सकता है, जिससे अमेरिका भारत को टैरिफ में राहत देगा।
ट्रंप और मोदी की फोन पर बातचीत ने बढ़ाई उम्मीद
22 अक्टूबर को ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को दिवाली की शुभकामनाएं देने के लिए फोन किया था। इस बातचीत के दौरान दोनों नेताओं के बीच ट्रेड डील और रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा हुई। ट्रंप ने कहा कि पीएम मोदी रूस से तेल खरीद कम करने पर सहमत हो सकते हैं। यही कारण है कि रिपोर्ट में कहा गया है — तेल खरीद कम करने से अमेरिका भारत को टैरिफ में राहत दे सकता है।
ASEAN समिट में हो सकती है बड़ी घोषणा
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इस महीने के अंत में ASEAN समिट (ASEAN Summit 2025) होने जा रही है, जहां ट्रंप इस डील की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। हालांकि, अभी तक भारत या अमेरिका की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि बातचीत सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है, और यदि समझौता हो जाता है तो यह भारत-अमेरिका आर्थिक रिश्तों (India-US Economic Relations) में नया अध्याय जोड़ेगा।





