IND vs WI Test 2025: भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच दूसरा टेस्ट मैच दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जा रहा है। मैच के दूसरे दिन एक बड़ा ड्रामा देखने को मिला, जब टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज़ यशस्वी जायसवाल (Yashasvi Jaiswal) डबल सेंचुरी से चूक गए। जायसवाल का रन आउट होना क्रिकेट फैंस के बीच चर्चा का विषय बन गया है। सवाल यह है कि — क्या उनकी गलती थी या कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) के कॉल की वजह से यह रन आउट हुआ?
जायसवाल शानदार लय में, डबल सेंचुरी के करीब थे
पहले दिन यशस्वी जायसवाल ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी करते हुए 173 रन बनाए थे। उन्होंने वेस्टइंडीज़ के गेंदबाज़ों को चारों खाने चित कर दिया था। दूसरे दिन जब सभी को उम्मीद थी कि जायसवाल अपने करियर की दूसरी डबल सेंचुरी बनाएंगे, तभी किस्मत ने करवट ली। 92वें ओवर में वे रन आउट होकर पवेलियन लौट गए।
कैसे हुआ रन आउट – गिल और जायसवाल के बीच गलतफहमी
जेडन सील्स की गेंद पर जायसवाल ने शॉट खेला और तुरंत रन लेने के लिए दौड़ पड़े। नॉन-स्ट्राइकर एंड पर खड़े कप्तान शुभमन गिल ने पहले रन के लिए कॉल किया, लेकिन अचानक रुक गए क्योंकि गेंद सीधे मिड-ऑफ फील्डर के हाथ में चली गई थी।
जायसवाल तब तक काफी आगे निकल चुके थे। गिल ने उन्हें वापस लौटने का इशारा किया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। फील्डर ने गेंद सीधा विकेटकीपर के पास फेंकी और जायसवाल रन आउट हो गए।
रन आउट के बाद दोनों खिलाड़ी दिखे निराश
जायसवाल के आउट होते ही स्टेडियम में सन्नाटा छा गया। दर्शक हैरान रह गए क्योंकि वे डबल सेंचुरी के बेहद करीब थे। खुद कप्तान शुभमन गिल भी निराश दिखे और उन्होंने जायसवाल से माफी के अंदाज में इशारा किया। वहीं, यशस्वी जायसवाल काफी मायूस होकर पवेलियन लौटे।
175 रन की शानदार पारी खेलकर लौटे जायसवाल
यशस्वी जायसवाल ने इस मैच में 175 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें उन्होंने 22 चौके और 2 छक्के लगाए। यह उनकी टेस्ट करियर की अब तक की बेहतरीन पारियों में से एक मानी जा रही है। हालांकि, उनका रन आउट होना भारत के लिए बड़ा झटका साबित हुआ, क्योंकि वे मैच का पूरा रुख बदल सकते थे।
सोशल मीडिया पर ट्रेंड हुआ ‘Gill’s Call’
जायसवाल के रन आउट होते ही सोशल मीडिया पर फैंस ने कप्तान गिल को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया। ट्विटर (X) पर “Gill’s Call” और “Yashasvi Run Out” जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कई फैंस ने कहा कि गिल को कॉल क्लियर करनी चाहिए थी, जबकि कुछ ने जायसवाल की जल्दबाज़ी को वजह बताया।