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IND vs ENG: ‘लंच से पहले गिरेंगे भारत के छह विकेट’ – ट्रेस्कॉथिक की टीम इंडिया को खुली चेतावनी

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नई दिल्ली : भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेला जा रहा टेस्ट, रोमांचक मोड़ पर है। पांचवें दिन टीम इंडिया को जीत के लिए 135 रन की जरूरत है, जबकि उसके छह विकेट बचे हुए हैं। इसी बीच इंग्लैंड के बल्लेबाजी कोच मार्कस ट्रेस्कॉथिक ने भारतीय टीम को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि पांचवें दिन पहले सत्र में ही वह भारत के बाकी के छह विकेट गिरा देंगे। टीम इंडिया ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट पर 58 रन बना लिए हैं। यशस्वी जायसवाल, करुण नायर, कप्तान शुभमन गिल और आकाश दीप पवेलियन लौट चुके हैं। केएल राहुल 33 रन बनाकर नाबाद हैं, जबकि ऋषभ पंत, नीतीश रेड्डी, रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर का आना अभी बाकी है। जहां एक तरफ ट्रेस्कॉथिक ने चेतावनी दी है, वहीं दूसरी तरफ सुंदर ने कहा कि भारतीय टीम जीत हासिल कर लेगी।

ट्रेस्कॉथिक ने कहा कि इंग्लैंड की टीम 250 से ज्यादा का लक्ष्य रखना चाहती थी। उन्होंने कहा, 'हम 250 से ज्यादा का स्कोर चाहते थे। पहली पारी में यह अंदाजा लगाना मुश्किल था कि कितना अच्छा स्कोर होगा। हालांकि, हमने पांचवें दिन के लिए कुछ प्लान बना रखे हैं, जिसे हम मैदान पर अमल में लाना चाहते हैं।' ट्रेस्कॉथिक ने शोएब बशीर की अंगुली में लगी चोट के बारे में बात करते हुए कहा, 'बशीर गेंदबाजी के लिए पूरी तरह तैयार हैं। जरूरत पड़ने पर वह मैदान पर आ सकते हैं।'

इंग्लैंड के बैटिंग कोच ने कहा कि आखिरी 30 मिनट में दर्शकों से खचाखच भरे दर्शकों ने इंग्लैंड का हौसला बढ़ाया और इससे मैदान पर मौजूद खिलाड़ियों को मदद मिली। उन्होंने कहा, 'अगर मुझे पता होता कि कौन जीतेगा, तो मैं थोड़ा निश्चिंत हो जाता। दोनों टीमें जीतने के लिए बेताब हैं। क्रिकेट के चार दिन कमाल के रहे। चौथे दिन आखिरी आधा घंटा कमाल का था। दर्शक टीम के साथ थे और हमें इस तरह की परिस्थितियां पसंद हैं।'

ट्रेस्कॉथिक ने कहा, 'मैदान के आसपास की हलचल ने खिलाड़ियों को वो उम्मीद दी जिसकी उन्हें जरूरत थी। पांचवें दिन के पहले घंटे के खेल पर बहुत कुछ निर्भर करेगा। हमने तेज गेंदबाजों के लिए उछाल और विविधता देखी है। सीम होती गेंदें बल्लेबाजों के लिए घातक साबित हो सकती हैं। उम्मीद है कि यह हर जगह सीम करेगी और हम पहले सत्र में छह विकेट हासिल कर लेंगे।' पहले चार दिनों में जो कुछ हुआ है, उसे देखते हुए भारतीय बल्लेबाजों को सीम और स्विंग होती गेंदों से सावधान रहना होगा।

ट्रेस्कॉथिक का मानना है कि दुनिया भर में फ्रेंचाइजी टूर्नामेंटों के कारण क्रिकेट अधिक दोस्ताना हो गया है और लॉर्ड्स टेस्ट में भारत और मेजबान टीम के बीच चल रही कड़ी प्रतिस्पर्धा खेल के लिए सही है। तीसरे टेस्ट के दौरान कई ऐसे पल आए, जब दोनों टीम के खिलाड़ियों के बीच जंग देखने को मिली और ट्रेस्कॉथिक का मानना है कि यह खेल के लिए अच्छा है।

ट्रेस्कॉथिक ने कहा, 'प्रतिस्पर्धी बने रहने से निश्चित रूप से स्थिति में मदद मिलती है। इससे सीरीज का माहौल अच्छा बनता है। पिछले कुछ वर्षों में क्रिकेट थोड़ा ज्यादा दोस्ताना हो गया है, क्योंकि खिलाड़ी दुनिया भर में फ्रैंचाइजी टूर्नामेंटों में एक साथ खेलते हैं। कभी-कभी खेल में कुछ नया करना अच्छा होता है। दोनों टीमें खेल को लेकर जुनूनी हैं और उनके बीच माहौल गर्म होना स्वाभाविक है, लेकिन दोनों टीमें जानती हैं कि एक सीमा है जिसे आप पार नहीं कर सकते और इसलिए सीरीज का माहौल अच्छा बना हुआ है।'

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