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इमरान खान की मौत-बीमारी की खबरों से पाकिस्तान में हड़कंप! जेल प्रशासन का बड़ा बयान आया सामने

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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और PTI संस्थापक इमरान खान को लेकर सोशल मीडिया पर फैली मौत और खराब स्वास्थ्य की खबरों ने पूरे पाकिस्तान में हड़कंप मचा दिया है। देखते ही देखते हालात ऐसे बने कि रावलपिंडी की अडियाला जेल के बाहर इमरान समर्थक हजारों की संख्या में इकट्ठा हो गए और जोरदार प्रदर्शन करने लगे। भीड़ लगातार एक ही मांग कर रही थी—इमरान खान को रिहा किया जाए

जेल अधिकारियों का बड़ा बयान – “यह सब अफवाहें हैं”

हालात बिगड़ते देख अडियाला जेल प्रशासन ने सामने आकर आधिकारिक बयान जारी किया। पाक मीडिया के अनुसार, अधिकारियों ने साफ कहा कि इमरान खान की खराब तबीयत या उनकी मौत की खबरें पूरी तरह से झूठ और बेबुनियाद हैं।
जेल प्रशासन ने कहा,
“इमरान खान अडियाला जेल में ही हैं और पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा रही है। इंटरनेट पर फैल रही खबरों में कोई सच्चाई नहीं है।”

इमरान समर्थकों का शक क्यों बढ़ रहा है?

इमरान खान के समर्थकों में यह शक बढ़ता जा रहा है कि उन्हें अडियाला जेल से किसी और गुप्त जगह पर शिफ्ट कर दिया गया है, और परिवार को इसकी जानकारी तक नहीं दी जा रही। इसी गुस्से के चलते आज पेशावर में PTI की एक बड़ी रैली होने वाली है।
इधर खबर है कि KPK के मुख्यमंत्री सुहैल अफरीदी समेत कुछ बड़े नेता आज अडियाला जेल में इमरान खान से मुलाकात करने पहुंच सकते हैं।

अफवाहें फैलने की असली वजह क्या है?

अफवाहों के पीछे सबसे बड़ा कारण है उनकी पत्नी बुशरा बीबी का एक पुराना खुलासा। पिछले वर्ष जेल से रिहा होने पर उन्होंने दावा किया था कि इमरान खान जेल में सुरक्षित नहीं हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि पाक सेना प्रमुख आसिम मुनीर उन पर हमला करवाने की साजिश रच रहे हैं।
इसके बाद से ही लगातार सवाल उठ रहे हैं:

  • सरकार इमरान खान की हालत पर चुप क्यों है?
  • उन्हें परिवार से मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा?
  • वकील से मुलाकात पर रोक क्यों है?

इन सब सवालों ने पाकिस्तान में सियासी हलचल और भी तेज कर दी है।

सियासी तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा

इमरान खान की गिरफ्तारी, उन पर दर्ज मुकदमे और अब उनकी सेहत पर उठ रहे सवालों ने पाकिस्तान की राजनीति में भूचाल ला दिया है। PTI समर्थक इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ बता रहे हैं, वहीं सरकार खामोश है।
सभी की निगाहें अब आज की रैली और जेल में होने वाली संभावित मुलाकात पर टिकी हैं, जिससे साफ तस्वीर सामने आ सकती है।

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