IMD Weather Forecast 15 October 2025: उत्तर भारत में अब सुबह-शाम की ठंड महसूस होने लगी है। दिल्ली-एनसीआर समेत आसपास के इलाकों में तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। वहीं, दक्षिण भारत में मॉनसून की वापसी के साथ ही कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। आइए जानते हैं 15 अक्टूबर के मौसम का पूरा हाल।
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ी ठंड
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुड़गांव में सुबह और रात के समय हल्की ठंड का एहसास होने लगा है। अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री तक दर्ज किया गया। हवा में नमी के कारण हल्की धुंध भी देखने को मिल रही है। IMD का कहना है कि अगले कुछ दिनों में उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते तापमान और नीचे जा सकता है।
दक्षिण भारत में भारी बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, कर्नाटक और लक्षद्वीप में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश की संभावना है। कई जगहों पर बिजली कड़कने और तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है। दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में हवाओं की रफ्तार 40 से 55 किलोमीटर प्रति घंटा तक जा सकती है। लोगों को अनावश्यक बाहर न निकलने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
पूर्व और मध्य भारत का मौसम
ओडिशा, बिहार, असम और मेघालय में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई गई है। साथ ही, ओडिशा में 15 और 16 अक्टूबर को गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 16 से 17 अक्टूबर के बीच ठंडी हवाओं का प्रभाव बढ़ेगा। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी और मौसम सुहाना रहेगा।
पश्चिम भारत में भी बदलेगा मौसम
महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात के कुछ हिस्सों में 15 से 17 अक्टूबर के बीच बादल छाए रहेंगे। कोंकण और गोवा, मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र के कुछ क्षेत्रों में गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना है। इन इलाकों में किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसलों की कटाई के दौरान मौसम का ध्यान रखें।
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आने वाले दिनों का पूर्वानुमान
IMD के अनुसार, 15 से 20 अक्टूबर तक दक्षिण भारत में स्क्वॉली वेदर (तेज हवाओं वाला मौसम) बना रहेगा। वहीं, उत्तर भारत में तापमान में लगातार गिरावट जारी रहेगी। इसका असर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में देखने को मिलेगा। धीरे-धीरे उत्तर भारत में सर्दियों की शुरुआत हो चुकी है, जबकि दक्षिण भारत में मॉनसून की विदाई से पहले की आखिरी बारिश देखने को मिलेगी।





