खबरवाणी
भीमपुर विकासखंड के गांवों में अवैध शराब का कारोबार चरम पर
रिपोर्ट:- प्रदीप यादव भीमपुर
आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता से बढ़ रहा अपराध का ग्राफ
झल्लार थाना क्षेत्र, भैंसदेही थाना क्षेत्र, मोहदा चिल्लोर थाना क्षेत्र दामजीपूरा चौकी क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार जोरों पर
बैतूल:- जिले के भीमपुर विकासखंड और भैंसदेही ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब का कारोबार इन दिनों खुलेआम फल-फूल रहा है। भीमपुर विकासखंड क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में जैसे मोहदा, दामजीपूरा, मोहटा कुंनखेड़ी रंभा, चांदु, गुल्लरढाना, जामु, उती रातामाटी, धामनिया, सहित दर्जनों गांवों में प्रतिदिन बड़े पैमाने पर शराब ठेकेदारों द्वारा बिना अनुमति शराब की बिक्री की जा रही है।ग्रामीणों के अनुसार, रोजाना बोलोरो वाहन (क्रमांक MP 48 BC 2914) के माध्यम से अवैध शराब विभिन्न इलाकों में सप्लाई की जाती है। स्थानीयों का आरोप है कि इस अवैध काम की पूरी जानकारी होने के बावजूद आबकारी विभाग और पुलिस प्रशासन दोनों ही आंखें मूंदे बैठे हैं।जनप्रतिनिधियों की चुप्पी पर सवालग्रामीणों का कहना है कि इस अवैध धंधे के विरुद्ध कई बार शिकायतें दर्ज की गईं और अनेकों समाचार पत्रों में रिपोर्टें प्रकाशित हुईं, फिर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। लोगों ने प्रश्न उठाया है कि जब यह मामला लंबे समय से प्रशासन के संज्ञान में है, तो अब तक कार्यवाही क्यों नहीं हुई?क्षेत्रवासियों का आरोप है कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की चुप्पी भी इस स्थिति को और गंभीर बना रही है। ग्रामीण चाहते हैं कि वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों को इस मुद्दे पर संज्ञान लेकर उचित कदम उठाने चाहिए ताकि क्षेत्र से इस अवैध गतिविधि का सफाया हो सके।बढ़ रहे अपराध और सामाजिक अव्यवस्था अवैध शराब की बिक्री से गांवों में अपराध और असामाजिक गतिविधियों में तेज़ी आई है। लोगों में तनाव और असुरक्षा का माहौल बन गया है। आए दिन शराब से जुड़े हादसे और झगड़े बढ़ रहे हैं। युवाओं में नशे की प्रवृत्ति भी चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है, जिससे उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।स्थानीय नागरिकों ने बताया कि पुलिस और आबकारी विभाग की सुस्ती के कारण अब शराब माफिया बेखौफ होकर व्यापार चला रहे हैं। प्रशासनिक स्तर पर सख्त कदमों की मांग लगातार उठ रही है।प्रशासन की निष्क्रियता पर आक्रोशग्रामीणों ने अवैध शराब के कारोबार पर रोक लगाने के लिए जिला प्रशासन से कठोर कार्यवाही की अपील की है। उन्होंने कहा कि जब तक कानूनी दबाव और सख्त कार्रवाई नहीं की जाएगी, तब तक इस गोरखधंधे को समाप्त करना मुश्किल है।
पुलिस और आबकारी विभाग को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए शीघ्र प्रभावी कदम उठाने चाहिए ताकि क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का वातावरण स्थापित हो सके
आबकारी विभाग का पक्षइस संबंध में पत्रकारों द्वारा जिला आबकारी विभाग से संपर्क किया गया, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने फोन कॉल रिसीव नहीं किया। इस पर ग्रामीणों ने नाराजगी ज़ाहिर की और विभाग के उत्तरदायित्व पर प्रश्न उठाए।





