पूर्व IAS अफसर कन्नन गोपिनाथन ने कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली है। गोपिनाथन 2012 बैच के AGMUT कैडर के अधिकारी रहे हैं और जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने वाली टीम का भी हिस्सा थे। कांग्रेस में शामिल होने के बाद गोपिनाथन ने अपने निर्णय का कारण स्पष्ट किया।
IAS से राजनीति में कदम
गोपिनाथन ने बताया कि 2019 में उन्होंने IAS से इस्तीफा दिया था। उनका मानना था कि उस समय सरकार जिस दिशा में देश को ले जाना चाहती थी, वह सही नहीं थी। उन्होंने कहा, “गलत क्या था, यह स्पष्ट था और इसके खिलाफ लड़ाई जरूरी थी। लेकिन यह जानने के लिए कि सही विकल्प क्या है, मुझे स्पष्टता की जरूरत थी।”
देश भर की यात्रा और जनता से संवाद
कन्नन गोपिनाथन ने 80-90 जिलों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने आम जनता से बात की और कई नेताओं से मुलाकात की। इस यात्रा ने उन्हें यह समझने में मदद की कि देश के लिए सही विकल्प कौन सा हो सकता है।
कांग्रेस को चुना विकल्प
उनके अनुसार, कांग्रेस पार्टी वह विकल्प है जो देश को सही दिशा में ले जा सकती है। उन्होंने कहा कि पार्टी का दृष्टिकोण और नीति उनके विचारों के अनुरूप है। यही कारण था कि उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया।
Article 370 में भूमिका
कन्नन गोपिनाथन ने अनुच्छेद 370 हटाने वाली टीम में भी काम किया। इस अनुभव ने उन्हें प्रशासनिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से देश की स्थिति समझने में मदद की। उनकी यह पृष्ठभूमि उन्हें कांग्रेस में रणनीतिक और सक्रिय भूमिका निभाने के लिए सक्षम बनाती है।
जनता और राजनीतिक सफर
गोपिनाथन का कहना है कि उन्होंने जनता से जुड़े बिना किसी निर्णय तक नहीं पहुँचना चाहा। उनकी यह यात्रा और संवाद जनता के मुद्दों को समझने और सही राजनीतिक विकल्प चुनने का प्रयास था। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब उनका मकसद देश के लिए सही दिशा में काम करना है और इसके लिए कांग्रेस पार्टी सबसे उपयुक्त मंच है।





