hindenburg Research: भारत में फिर मचेगा तूफान?
hindenburg रिसर्च से भारत में फिर मचेगा तूफान? अडानी के बाद किस कंपनी की लगेगी लंका, शेयर मार्केट में हो सकता हैं उलट फेर, अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने पिछले साल गौतम अदाणी पर ऐसा बम फोड़ा था कि आज तक अदाणी समूह उससे उबर नहीं पाया है। अब खबर आ रही है कि हिंडनबर्ग रिसर्च भारत में फिर से बड़ा धमाका करने की तैयारी में है। कंपनी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा है कि भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है।
पिछले साल hindenburg Research से गड़बड़ी का पता चला था
पिछले साल जनवरी में अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर बिक्री से ठीक पहले हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें अदाणी समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे, जिनमें शेयर की कीमतों में हेरफेर करना भी शामिल था। अदाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज किया, लेकिन इस रिपोर्ट के कारण समूह का बाजार मूल्य 150 अरब डॉलर तक गिर गया।
hindenburg Research अदाणी की नेटवर्थ में आयी थी भारी गिरावट
इससे गौतम अदाणी की नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में काफी नीचे खिसक गए। हालांकि, हाल के महीनों में अदाणी समूह के शेयरों ने अपनी खोई हुई चमक हासिल कर ली है, हिंडनबर्ग रिसर्च अब तक कई कंपनियों में धांधली का पर्दाफाश करने का दावा कर चुका है।
hindenburg Research कंपनी में हो रही गड़बड़ी का पता लगाती हैं
इस कंपनी की स्थापना 2017 में नेथन एंडरसन ने की थी। दरअसल, यह एक फोरेंसिक फाइनेंशियल रिसर्च फर्म है जो इक्विटी, क्रेडिट और डेरिवेटिव्स का विश्लेषण करती है। इस कंपनी का नाम 6 मई, 1937 को हुए हाई प्रोफाइल हाइंडनबर्ग एयरशिप हादसे के नाम पर रखा गया है। यह हादसा अमेरिका के न्यू जर्सी के मेंचेस्टर टाउनशिप में हुआ था। हिंडनबर्ग रिसर्च किसी भी कंपनी में हो रही गड़बड़ी का पता लगाकर उसके बारे में रिपोर्ट प्रकाशित करती है। कंपनी का दावा है कि वह मानव निर्मित आपदाओं पर नजर रखती है। इनमें अकाउंटिंग में गड़बड़ी, कुप्रबंधन और छुपे हुए लेन-देन शामिल हैं। इसके बाद कंपनी मुनाफा कमाने के लिए टारगेट कंपनी के खिलाफ दांव लगाती है।
कई कंपनियों का हो सकता हैं पर्दाफाश
एंडरसन ने कनेक्टिकट विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय व्यापार की डिग्री लेने के बाद एक डेटा कंपनी फैक्टसेट रिसर्च सिस्टम्स इंक में काम किया। वहां उनका काम निवेश प्रबंधन कंपनियों से जुड़ा था। साल 2020 में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, ‘मुझे लगा कि अस्थायी विश्लेषण किया जा रहा था।’ एंडरसन इज़राइल में एम्बुलेंस ड्राइवर भी रह चुके हैं। उनका कहना है कि उन्हें भारी दबाव में काम करना अच्छा लगता है। वे अपने रोल मॉडल के रूप में हैरी मार्कोपोलोस को मानते हैं। मार्कोपोलोस एक विश्लेषक हैं जिन्होंने बर्नी मैडॉफ के धोखाधड़ी वाले खेल का पर्दाफाश किया था। हिंडनबर्ग का दावा है कि 2017 से अब तक उसने कम से कम 36 कंपनियों में अनियमितताएं उजागर की हैं।
अदाणी पर दांव लगाकर कितना कमाया
हिंडनबर्ग रिसर्च का कहना है कि उसे अपने क्लाइंट्स के जरिए अदाणी सिक्योरिटीज को शॉर्ट सेल करने से 4.1 मिलियन डॉलर की कमाई हुई। लेकिन यह रकम रिसर्च पर किए गए खर्च के बराबर भी नहीं है। कंपनी ने कहा कि हमें इन्वेस्टर रिलेशंस के जरिए अदाणी शॉर्ट्स से 4.1 मिलियन डॉलर की कमाई हुई और कंपनी ने अदाणी के यूएस बॉन्ड को शॉर्ट सेल करके 31,000 डॉलर भी कमाए। कंपनी का कहना है कि यह बहुत छोटी पोजीशन थी। कानूनी और शोध खर्च को छोड़कर, हम अदाणी शॉर्ट पर ब्रेक-ईवन से आगे जा सकते हैं। हिंडनबर्ग ने इस मामले में कोटक बैंक को भी शामिल किया था। उसने कहा था कि बैंक ने एक ऑफशोर फंड स्ट्रक्चर बनाया था जिसका इस्तेमाल उसके निवेशक पार्टनर ने अदाणी समूह के खिलाफ दांव लगाने के लिए किया था।
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