इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर की एक टीचर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से इच्छामृत्यु की गुहार लगाई है। प्राइमरी स्कूल में सरकारी टीचर चंद्रकांता जेठवानी ने दुर्लभ बीमारी ‘ओस्टियोजेनेसिस इंपरफेक्टा’ से परेशान होकर इच्छामृत्यु की मांग की है। साल 2017 में चंद्रकांता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इच्छामृत्यु की गुहार लगाई थी। उन्होंने बताया कि ना मैं बैठ सकती हूं, ना चल सकती हूं और यहां तक की करवट लेना भी असंभव है।
सामान्य बच्चों से अलग रहा बचपन
प्राइमरी टीचर चंद्रकांता जेठवानी ने बताया कि उनका बचपन सामान्य बच्चों की तरह बिल्कुल नहीं रहा है। उन्होंने बताया कि साल 2000 में वे महाराष्ट्र के अकोला गई थीं, जहां उनके पैर की 4 बार सर्जरी की गई थी। इससे आराम मिलने की जगह मामला गंभीर होता चला गया। हालत और भी बिगड़ गई. इसी बीच चंद्रकांता ने बायोकेमेस्ट्री से एमएससी की डिग्री पूरी की। साल 2001 में उनकी नियुक्ति प्राइमरी टीचर के तौर पर हो गई। उन्होंने आगे बताया कि पहले धीरे-धीरे स्कूटी चलाकर स्कूल जाती थी लेकिन बीमारी ने ऐसा घेरा कि शरीर ने साथ छोड़ दिया। चंद्रकांता जेठवानी ने कहा कि साल 2020 में हुई एक सर्जरी के बाद तबीयत इतनी बिगड़ गई कि करवट बदलना भी कठिन हो गया।
दूसरी बीमारियों ने घेरा
प्राइमरी टीचर चंद्रकांता जेठवानी ने बताया कि इस दुर्लभ बीमारी की वजह से शरीर में दूसरी बीमारियों ने जन्म ले लिया है।डायबिटीज, स्किन एलर्जी और नसों में सूजन समेत कई गंभीर समस्याएं पैदा हो गई हैं। उन्होंने आगे बताया कि मानसिक समस्या भी बढ़ती जा रही है। जिंदगी बिल्कुल बोझ की तरह लगने लगी है।
क्या है ओस्टियोजेनेसिस इंपरफेक्टा बीमारी ?
ओस्टियोजेनेसिस इंपरफेक्टा’ दुर्लभ बीमारी है। ये आनुवांशिक विकार के कारण होती है. इस वजह से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और आसानी से टूटने लगती है। इस कारण इसे ‘भंगुर हड्डी रोग’ भी कहा जाता है। इस बीमारी के कारण हड्डियां तो प्रभावित होती ही हैं, इसके साथ-साथ मांसपेशियां, लिगामेंट्स और दांत भी कमजोर हो जाते हैं। डॉक्टर की माने तो ये बीमारी कोलेजन प्रोटीन बनाने वाले जीन्स के म्यूटेशन के कारण होती है।