आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के संसद की दोनों सदनों के संयुक्त संबोधन से होगी. उसके बाद सरकार की ओर से आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को फाइनेंशियल ईयर 2025-26 का बजट पेश करेंगी. उससे पहले आज संसद में इकनॉमिक सर्वे पेश किया जाएगा. इकनॉमिक सर्वे एक वित्तीय दस्तावेज होता है. इसमें देश का आर्थिक लेखा-जोखा और चुनौतियों के बारे में डिटेल से बताया जाता है. इस सर्वे को मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने तैयार किया है. इसमें पिछले एक फाइनेंशियल ईयर के दौरान देश के आर्थिक विकास की समीक्षा की जाती है. इसे इंडस्ट्री, एग्रीकल्चर, इंडस्ट्रियल प्रॉडक्शन, रोजगार, महंगाई और एक्सपोर्ट जैसे आंकड़ों के आधार पर तैयार किया जाता है.
आशंका जताई जा रही है कि बजट के बाद सत्र हंगामेदार रहेगा. इसके संकेत गुरुवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में साफ तौर पर देखने को मिले हैं. सत्र की शुरुआत से ठीक पहले प्रयाग में आयोजित महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर विपक्षी दलों का साफ तौर पर कहना है कि इस पर सरकार को चर्चा करानी चाहिए. हालांकि सरकार ने बैठक में साफ किया है कि यह राज्य का विषय है और वह इसको देख रही है. आम बजट के बारे में माना जा रहा है कि इसमें देश की अर्थव्यवस्था में सुस्ती को दूर करने के साथ ही घरेलू अर्थव्यवस्था में मांग व रोजगार को बढ़ाने वाले उपायों पर खास जोर होगा.