Search ई-पेपर ई-पेपर WhatsApp

बेहद दुर्लभ केस: दिल में मिला भारी-भरकम ट्यूमर, सर्जरी के बाद सामने आया चौंकाने वाला सच

By
On:

नई दिल्ली। दिल में गड़बड़ी की वजह से दुनिया में सबसे ज्यादा जान जाती हैं। इसमें हार्ट फेलियर, हार्ट अटैक, एरिदमिया काफी प्रमुख बीमारी हैं। आए दिन इनके मामले बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन मुंबई के एक शख्स के दिल में बेहद अजीब बीमारी निकली। अपनी तरह का यह दुर्लभ मामला है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। मुंबई के नानावटी मैक्स सुप स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में एक 74 वर्षीय बुजुर्ग का इलाज किया गया। ऑपरेशन करके उनके दिल से बहुत बड़ा ट्यूमर निकाला गया। ट्यूमर के साइज ने लोगों को चौंकाने का काम किया। क्योंकि दिल में इसका होना बेहद दुर्लभ है। जब शरीर की कोई सेल्स असामान्य तरीके से बढ़ने लगती है उस जगह गांठ बनने लगती है, जिसे ट्यूमर कहते हैं। जब इसका बढ़ना जारी रहता है तो यह आसपास के अंगों को भी खराब करने लगता है। जिसे कैंसर भी कहा जाता है। लेकिन कई बार यह नॉन कैंसरस भी होता है। और बुजुर्ग के दिल में नॉन कैंसरस ट्यूमर था।

दिल में निकली ब्लॉकेज

ट्यूमर के अलावा बुजुर्ग की एक आर्टरी में गंभीर ब्लॉकेज भी निकली थी। जिसका पता ईसीजी टेस्ट से चला। हालांकि डॉक्टरों ने छोटे से ऑपरेशन से ट्यूमर को बाहर निकाला और साथ में ब्लॉक आर्टरी में ब्लड फ्लो फिर से चालू कर दिया।

ट्यूमर से 90% घिरा था दिल का एक हिस्सा

इलाज करने वाले नानावटी के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर सिद्धार्थ सेठ ने बताया कि रुटीन इकोकार्डियोग्राम में बुजुर्ग में लेफ्ट एट्रियल माइक्सोमा का पता चला। यह एक दुर्लभ मगर नॉन कैंसरस ट्यूमर है, जो दिल के ऊपरी बाएं हिस्से में था। यह लेफ्ट एट्रियल की करीब 90 प्रतिशत जगह घेरे हुआ था।

ट्यूमर के साइज ने किया हैरान

दिल के ट्यूमर का साइज 5×5 cm था, जो कि एक नींबू के बराबर है। डॉक्टर सेठ का कहना है कि यह मामला काफी दुर्लभ है। क्योंकि दिल में ट्यूमर आसानी से नहीं विकसित हो पाते। दिल का मस्कुलर स्ट्रक्चर और लो सेल एक्टिविटी की वजह से ऐसा होना बेहद मुश्किल है।

की गई MICS

डॉक्टर के मुताबिक मरीज की उम्र और पहले से मौजूद डायबिटीज की वजह से बड़ी सर्जरी करना मुश्किल था। जिसमें करीब 15 से 20 सेंटीमीटर का चीरा लगाना पड़ता। इसलिए ट्यूमर को निकालने के लिए मिनिमली इंवेसिव कार्डियक सर्जरी (MICS) की गई।

ऐसी सर्जरी का पहला मामला

नानावटी मैक्स सुप स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के सीवीटीएस एंड हार्ट एंड लंग ट्रांसप्लांट के डायरेक्टर एंड हेड डॉक्टर चंद्रशेखर कुलकर्णी ने बताया कि यह मुंबई में की गई पहली MICS सर्जरी है। जिसमें हार्ट ट्यूमर और कोरोनरी आर्टरी बायपास ग्राफटिंग को एकसाथ किया गया। इसके लिए सीने के दाएं तरफ केवल 5 से 6 सेंटीमीटर का चीरा लगाया गया।

For Feedback - feedback@example.com
Home Icon Home E-Paper Icon E-Paper Facebook Icon Facebook Google News Icon Google News