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Expose : जिले में नर्सिंग कालेजों के नाम पर उजागर हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा

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48 बिस्तर के निजी अस्पताल पर चल रहा है वेदांश नर्सिंग कालेज, अधिकारी सूक्षमता से करें जांच तो लग सकता है कालेज में ताला

बैतूल – विद्यार्थियों को स्वास्थ्य शिक्षा देने के लिए नियम-कायदों को ताक पर रख किस कदर फर्जीवाड़ा कर विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय किया जा रहा है इसका प्रत्यक्ष उदाहरण जिले भर में नर्सिंग काउंसिल के मापदण्डों की धज्जियां उड़ाते कुछ कालेजों को देखकर मिल रहा है। यदि संबंधित विभाग के अधिकारी सूक्ष्मता से इन मामले की जांच करे तो इन कालेजों पर ताला लगने में देर नहीं लगेगी।

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बहरहाल अब यह अधिकारियों पर निर्भर करता है कि इतने कुकुरमुत्तों की मानिंद बिना मापदंड के संचालित हो रहे नर्सिंग कालेजों का क्या करना है? सांध्य दैनिक खबरवाणी की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह विद्यार्थियों को दी जा रही अधकचरी स्वास्थ्य शिक्षा के खिलाफ आवाज बुलंद करें ताकि ऐसे फर्जीवाड़ों पर सख्त अंकुश लग सकें।

48 बिस्तर वाले अस्पताल पर चल रहा कालेज

जामठी में स्थित वेदांश कालेज ऑफ नर्सिंग चल रहा है। इस नर्सिंग कालेज की संबंद्धता वैष्णवी बडोरा से बताई गई है। दरअसल वैष्णवी हास्पीटल को 100 बिस्तर का लाइसेंस प्राप्त हुआ था। इसी आधार पर वेदांश को नर्सिंग कालेज की मान्यता प्राप्त हुई थी। बैतूल सीएमएचओ ने वैष्णवी हास्पीटल का सत्यापन किया तो वहां मात्र 48 बिस्तर ही पाए गए हैं। इसको लेकर वैष्णवी हास्पीटल का लाइसेंस निरस्त कर 48 बिस्तर का लाइसेंस दिया गया है। इससे साफ होता है कि वेदांश नर्सिंग कालेज पहले से ही फर्जी दस्तावेजों के आधार पर संचालित हो रहा है। अगर इस मामले की नर्सिंग काउंसिल जांच कर ले तो इस कालेज के खिलाफ बड़ी कार्यवाही हो सकती है।

जिले में संचालित हैं 15 कालेज

विजन कालेज स्कूल एण्ड नर्सिंग साकादेही, भारती कालेज एण्ड स्कूल ऑफ नर्सिंग सारनी, मारुति कालेज ऑफ नर्सिंग बांसपानी, पाढर नर्सिंग ऑफ कालेज पाढर, अग्रसेन कालेज ऑफ नर्सिंग भग्गूढाना, ओम कालेज ऑफ नर्सिंग भारत भारती, श्री गोवर्धन राठी कालेज ऑफ नर्सिंग बैतूल, एसडी कालेज ऑफ नर्सिंग देवगांव, राजा भोज नर्सिंग कालेज ऑफ नर्सिंग जामठी, राधाकृष्ण स्कूल ऑफ नर्सिंग जामठी, वेदांश कालेज ऑफ नर्सिंग जामठी, संजीवनी कालेज ऑफ नर्सिंग बैतूल, नेशनल कालेज ऑफ नर्सिंग मुलताई, माँ मालतीदेवी स्कूल ऑफ नर्सिंग घोड़ाडोंगरी, बालाजी कालेज ऑफ नर्सिंग बगडोना शामिल हैं। और इनमें से पांच कालेजों की जांच हो चुकी है।

3 को छोड़कर 100 बिस्तर से कम है 34 निजी अस्पताल

जिले में संचालित हो रहे 15 नर्सिंग कालेज में से कुछ नर्सिंग कालेजों में फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है। क्योंकि जिले में 37 प्रायवेट अस्पताल है जिनमें 3 अस्पताल को छोड़कर 34 अस्पताल 100 बिस्तर से कम है। इन तीनों अस्पतालों में पाढर अस्पताल 242 बिस्तर का है और इनका खुद का नर्सिंग कालेज है। श्री गोवर्धनदास क्रिटिकल केयर मेटरनिटी ट्रामा सेंटर एण्ड मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पीटल 100 बिस्तर का है और इनका भी स्वयं का नर्सिंग कालेज है। इसके अलावा ओम आयुर्वेदिक कालेज जामठी 200 बिस्तर का है इनका भी स्वयं का नर्सिंग कालेज है।

यह हैं नर्सिंग कालेज के मापदण्ड

कोई भी नया नर्सिंग कालेज खोलने के लिए नर्सिंग काउंसिल मध्यप्रदेश शासन ने मापदण्ड तय किए हैं। जिनके अनुसार सबसे पहले उनके पास 22 हजार स्क्वेर फीट जमीन होना चाहिए, उस भवन भवन होना चाहिए। भवन में लैब, स्टाफ रूम, कक्षाएं, आफिस, ड्रेसिंग रूम, लाइब्रेरी होना अनिवार्य है। जिस कालेज को जीएनएम की अनुमति मिलती है उसे तीन क्लास रूम रखना अनिवार्य होता है। वहीं बीएससी की अनुमति मिलती है तो उसके लिए चार क्लास रूम होना अनिवार्य होता है, और अगर दोनों की अनुमति है तो 7 क्लास रूम होना अनिवार्य है।

अनिवार्य है अस्पताल होना

प्रदेश में जिस तरह नर्सिंग कालेज की बाढ़ आई उसके बाद नर्सिंग काउंसिल मध्यप्रदेश और हेल्थ डिपाटमेंट भी सख्त हो गया है। दरअसल कई नर्सिंग कालेज ऐसे भी सामने आए हैं जो कि सिर्फ कागजों पर चल रहे थे। और अस्पताल की संबंद्धता भी ऐसी सामने आई है जिसमें एक अस्पताल के नाम पर कई नर्सिंग कालेज संचािलत हो रहे थे। इसी को लेकर जांच-पड़ताल भी शुरू हुई।

नर्सिंग काउंसिल ने नर्सिंग कालेज खोलने के लिए 100 बिस्तर का अस्पताल अनिवार्य किया है। या तो खुद का अस्पताल हो या फिर किसी अन्य अस्पताल से संबंद्धता हो। इसके अलावा 2014 में एक आदेश हुआ जिसमें आदिवासी बाहुल्य विकासखंड में अगर सरकारी अस्पताल में पर्याप्त बिस्तर नहीं है तो यहां पर 50 बिस्तर का निजी अस्पताल का स्वयं का होना चाहिए। या संबंद्धता होना चाहिए। लेकिन सामान्य विकासखंड में 100 बिस्तर का अस्पताल अनिवार्य है। अब देखना यह है कि संचालित नर्सिंग कालेजों के संबंद्धता वाले निजी अस्पताल उक्त मापदण्ड को पूरा नहीं यह जांच का विषय है।

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