Search ई-पेपर ई-पेपर WhatsApp

Explainer: क्या बदलने वाले हैं भारतीय राजनीति के समीकरण? ‘लॉटरी किंग’ की नई पार्टी से पुराने दलों में हड़कंप

By
On:

Explainer: भारतीय राजनीति में एक बड़ा उलटफेर होने के संकेत मिल रहे हैं। पुडुचेरी से एक नई राजनीतिक पार्टी की एंट्री होने जा रही है, जिसे कोई आम नेता नहीं बल्कि देश का मशहूर ‘लॉटरी किंग’ सैंटियागो मार्टिन लॉन्च करने वाला है। सवाल यह है कि क्या इस नई पार्टी से कांग्रेस, बीजेपी और अन्य बड़े दलों की राजनीति और फंडिंग पर असर पड़ेगा?

क्यों अहम है नई पार्टी की एंट्री?

आजादी के बाद से केंद्र की राजनीति पर मुख्य रूप से कांग्रेस और बीजेपी का दबदबा रहा है। इसकी एक बड़ी वजह है बड़े उद्योगपतियों का आर्थिक समर्थन
छोटी पार्टियां अक्सर पैसे की कमी के कारण चुनावी मैदान में टिक नहीं पातीं। ऐसे में अगर कोई पार्टी शुरुआत से ही पैसों के दम पर मजबूत हो, तो वह खेल बदल सकती है।

कौन हैं ‘लॉटरी किंग’ सैंटियागो मार्टिन?

सैंटियागो मार्टिन का जन्म 1961 में अंडमान निकोबार में हुआ था।
युवावस्था में वे म्यांमार में दिहाड़ी मजदूरी करते थे। 1980 के दशक में भारत लौटकर उन्होंने तमिलनाडु में चाय की दुकान पर काम किया।
यहीं से उन्हें लॉटरी बिजनेस का आइडिया आया और धीरे-धीरे उन्होंने Future Gaming and Hotel Services खड़ी कर दी। एक समय ऐसा भी था जब वे रोजाना 1.2 करोड़ लॉटरी टिकट बेचते थे।

इलेक्टोरल बॉन्ड और अरबों का खेल

रिपोर्ट के मुताबिक, अप्रैल 2019 से जनवरी 2024 के बीच सैंटियागो मार्टिन की कंपनी ने करीब ₹13,680 करोड़ के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे।
इनमें:

  • ₹542 करोड़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) को
  • ₹503 करोड़ DMK को
  • ₹154 करोड़ VSR कांग्रेस को
  • ₹100 करोड़ बीजेपी को

दिए गए। अब जब मार्टिन खुद की पार्टी बना रहे हैं, तो इन्हीं दलों की फंडिंग पर सीधा असर पड़ सकता है।

किसके लिए खतरे की घंटी?

राजनीतिक जानकार मानते हैं कि मार्टिन की नई पार्टी से:

  • TMC और DMK को सबसे बड़ा झटका लग सकता है
  • क्योंकि इन्हें अब तक बड़ा आर्थिक सहारा मिलता रहा है
    अगर यह पैसा नई पार्टी में गया, तो पुराने दलों की चुनावी ताकत कमजोर हो सकती है।

क्या सच में बदलेगी भारतीय राजनीति?

हालांकि भारत में कई नई पार्टियां बनती हैं और जल्दी गायब भी हो जाती हैं, लेकिन इस पार्टी की खास बात है आर्थिक आत्मनिर्भरता
अगर यह पार्टी लगातार खुद को फंड कर पाई और सही रणनीति अपनाई, तो:

  • किसी भी राज्य चुनाव में असर डाल सकती है
  • गठबंधन राजनीति में अहम भूमिका निभा सकती है
For Feedback - feedback@example.com
Home Icon Home E-Paper Icon E-Paper Facebook Icon Facebook Google News Icon Google News