मतदान के बाद पहली बार चुनाव आयोग ने की पत्रकारवार्ता
Election Commission – नईदिल्ली – कल लोकसभा की मतगणना होनी है। उसको लेकर पूरे देश की निगाह चुनाव आयोग के ऊपर भी है क्योंकि कल ही विपक्षी गठबंधन के प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग में पहुंचकर मतगणना की प्रक्रिया के लिए कई मंागें रखी थी। उसके कुछ देर बाद सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन के प्रतिनिधि मंडल ने भी चुनाव आयोग से भेंट की। आज चुनाव आयोग की ओर से पत्रकारवार्ता की गई। बताया जा रहा है कि ऐसा पहली बार हुआ है जब चुनाव आयोग लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद पत्रकारवार्ता कर रहा है। इसके पहले चुनाव आयोग ने 16 मार्च को प्रेस कांफ्रेंस कर लोकसभा और चार विधानसभा के चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था।
बोले आयुक्त हमें कहा था लापता जेंटलमेन | Election Commission
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लोकसभा चुनाव की काउंटिंग से एक दिन पहले इलेक्शन कमीशन की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने सोशल मीडिया ट्रोलिंग पर कहा- हमें लापता जेंटलमेन कहा गया, लेकिन इसी दौरान देश में वोटिंग का वल्र्ड रिकॉर्ड बन गया। यह हमारे लोकतंत्र की ताकत है।
हमारे निर्देश का मतलब- ये होना ही है
चुनाव आयुक्त ने कहा कि 70 साल से यह प्रोसेस चला आ रहा है। हमने सबको निर्देश दिए हैं। आरओ- एआरओ को हमारे निर्देश का मतलब होता है- ये होना ही है। हर किसी के लिए हैंडबुक है, काउंटिंग एजेंट, आर ओ और कैंडिडेट के लिए भी। उन्होंने कहा कि कल मल्टीपार्टी मीटिंग में हमसे कुछ मांगें की गई थीं। हम सबको मानेंगे। जैसे सीसीटीवी, दिन तारीख को दिखाया जाए, हर राउंड का रिजल्ट डिस्प्ले होना चाहिए। ये सब होगा।
एआरओ की टेबल पर जा सकते एजेंट | Election Commission
लोग हवा चला देते हैं। फिर हमें ऐसे गुब्बारों की हवा निकालनी पड़ती है। एआरओ की टेबल पर एजेंट अलाउड हैं। यह हमें बताना पड़ा।
मानवीय गलती किसी से भी हो सकती है, उसे हम सुधारेंगे। 17 सी की देश में सबसे ज्यादा चर्चा में है। यूपीएससी की तैयारी कर रहे बच्चों को इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए कि ये क्या है।
चुनाव आयोग की सख्ती से फेयर हुआ मतदान
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- जिस तरह वोटिंग प्लानिंग से कराई, उसी तरह काउंटिंग भी मुस्तैदी से होगी। 10.50 लाख बूथ, एक हॉल में 14 टेबल। 8000 से ज्यादा उम्मीदवार हैं। 30 से 35 लाख लोग बाहर हैं। वहां माइक्रो ऑब्जर्वर होंगे। कम से कम 70 -80 लाख लोगों के बीच काम होगा। गलती हो ही नहीं सकती। आयुक्त ने कहा कि न कहीं साड़ी बंटी, न कुकर बंटा, न पैसा बंटा, कहीं देखने को मिला इस बार, नहीं मिला। हमने देखा ही नहीं जो नहीं हुआ। 10 बजे के बाद शोर नहीं हुआ। शांतिपूर्ण चुनाव हुए। कोई ऐसा नहीं बचा जिसका हेलिकॉप्टर चेक न हुआ हो। ये मैसेज था कि जो टीम काम कर रही है वह डरेगी नहीं। इसका नतीजा है कि 10 हजार करोड़ का अमाउंट पकड़ा गया। जो 2019 में जब्त किए गए मूल्य का लगभग 3 गुना है। 642 मिलियन वोटर्स ने उदासीनता की जगह हिस्सेदारी को चुना। संदेह की जगह विश्वास को चुना और कुछ मामलों में गोली की जगह बैलट को चुना। हम लोकतंत्र के इस उत्सव में भाग लेने वाले प्रत्येक व्यक्ति का आभार व्यक्त करते हैं।
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