Editorial: हमने शिरोधार्य किया था सांध्य दैनिक निकालने का साहसिक चैलेंज

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खबरवाणी का 20 वर्ष का सफर हुआ पूरा

मुझे अच्छे से याद है 7 नवम्बर 2004 का वह यादगार दिन जिसने बैतूल के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा था जो आज माइल स्टोन बन गया है। समाचार पत्र का शुभारंभ करने के लिए न्यू बैतूल स्कूल कोठीबाजार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में नवभारत समाचार पत्र समूह भोपाल के प्रधान संपादक एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य स्व. प्रफुल्ल माहेश्वरी मुख्य अतिथि थे। जैसे ही उनके हाथों में मंच की फोटो सहित सांध्य दैनिक खबरवाणी समाचार पत्र पहुंचा तो उनके मुंह से सहसा ही निकल गया था कि अरे यह तो अभी चल रहे कार्यक्रम की ही फोटो और खबर है। उन्होंने समाचार पढक़र कहा कि था आज की खबर आज ही पाठकों तक पहुंचाने के लिए आदिवासी बाहुल्य छोटे से बैतूल जिले में सांध्य दैनिक समाचार पत्र की जो शुरूवात की है इसकी राह आसान नहीं है। समाचार पत्र प्रारंभ करना सरल है लेकिन इसे निर्बाध रूप से चलाना किसी चैलेंज से कम नहीं है। निश्चित रूप से पत्रकारिता के अनुभवी व्यक्ति  श्री माहेश्वरी द्वारा सत्य वचन गए थे लेकिन हमने उनके द्वारा कही बातों को लक्ष्य मानकर इसे हमेशा सर्वोपरि रखकर लगातार मेहनत और जुनून के साथ अपना कार्य करते रहे और आज आपका अपना सांध्य दैनिक खबरवाणी समाचार पत्र 20 वर्षों का सफर पूर्ण कर 21 वर्ष में प्रवेश कर चुका है। हमने यह भी साबित किया है कि आज से 20 वर्ष पहले बेहद सीमित संसाधनों के भरोसे हमने जो चैलेंज कबूल किया था उसे पूरा करने के लिए वर्ष-दर-वर्ष कड़ी मेहनत कर रहे हैं ताकि हमारी आंखों से लक्ष्य दूर ना हो सके। हमें इस बात की खुशी है कि बैतूल जिले के मीडिया इतिहास में पहले सांध्य दैनिक खबरवाणी के प्रकाशन को 7 नवंबर 2024 को 20 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। इन 20 वर्षोंं की प्रकाशन यात्रा में खबरवाणी के सुधी पाठकों, शुभचिंतको, विज्ञापनदाताओ, पूरे जिले मे फैले संवाददाताओं, प्रिंटिंग सहयोगियों और जिला मुख्यालय पर कार्यालय में उपस्थित सम्पादकीय सहयोगियों का सहयोग एवं मार्गदर्शन ही हमे निर्भिक एवं निष्पक्षता से खबरों के प्रकाशन के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है। जब हमारी टीम ने शाम का अखबार शुरू करने की पहली कोशिश की थी, उस उस समय जिला मुख्यालय पर अधिकांश लोगों का यह मानना था कि यह अखबार कुछ दिन चलेगा क्योंकि शाम का अखबार निकालना बड़ा मुश्किल भरा काम था, लेकिन 7 नवंबर 2004 से शुरू हुई खबरवाणी की यात्रा आज 7 नवंबर 2024 को 20 वर्ष पूर्ण कर 21 वें वर्ष में प्रवेश कर रही है और यह तभी संभव हो पाया है जब आप सभी के स्नेहिल सहयोग एवं पाठकों की उत्साही प्रतिक्रिया निरंतर मिलती रही। पिछले कुछ वर्षों में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव और दूरस्थ अंचल तक इसकी पहुंच को देखते हुए खबरवाणी ने भी सांध्य दैनिक खबरवाणी के नाम से एक न्यूज पोर्टल पिछले पांच वर्ष पूर्व प्रारंभ किया था, जिसके विवर्स की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गूगल से प्राप्त सर्टिफिकेट के अनुसार आज 7 नवम्बर 2024 तक सांध्य दैनिक खबरवाणी की खबरों को गुगल पर करोड़ों विवर्स  पढ़  चुके हैं। हमारी कोशिश रहती है कि पोर्टल (www.khabarwani.com)  पर भी हम ऐसी खबरों को स्थान दें जो सामान्यत: पाठकों को पढऩे में कम मिलती है और कुछ हद तक हम इसमें सफल भी रहे हैं। अखबार की संपादकीय टीम के अधिकांश सदस्य 7 नवंबर 2004 से अखबार से जुड़े हुये हैं।
आज से सांध्य दैनिक खबरवाणी के 21 वें वर्ष की शुरुआत हो रही है, अखबार की संपादकीय टीम आप सबसे निरंतर सहयोग बनाए रखने की अपील करती है।          
                                         पुन: शुभकामनाओं सहित


सम्पादकीय टीम एवं संवाददाता


मोहित गर्ग (संपादक),  राजेश भाटिया
 (स्थानीय संपादक),  संजय शुक्ला ( एडिटोरियल प्रमुख),  
संदीप सोलंकी (ग्राफिक्स डिजाईनर),  प्रदीप कुर्वे  (डिजिटल प्रभारी),  वाजिद खान (फोटो जनर्लिस्ट), मनोज धोटे (मार्केटिंग), शैलेंद्र प्रजापति,  तरूण गुप्ता (भोपाल ब्यूरो हेड), सुषमा कलम्बे (भोपाल),  पंकज अग्रवाल (आमला), पियूष भार्गव (मुलताई), हेमंत सिंह रघुवंशी (सारनी), निखिल सोनी,  (आठनेर), आनंद राठौर (चिचोली), शैलेन्द्र गुप्ता (शाहपुर), विक्की आर्य (झल्लार), श्याम  आर्य (भीमपुर), शंकर राय (भैंसदेही), यूनुस खान (दामजीपुरा), नित्यानंद राय (चौपना), आशुतोष त्रिवेदी (सावलमेंढा)रितेश निक्की साहू,  (विज्ञापन एजेंसी)।