Earthquake in Bangladesh: शुक्रवार सुबह अचानक धरती तेज़ी से कांपी तो कोलकाता, सिलीगुड़ी और आसपास के जिलों में अफरा-तफरी मच गई। ढाका, बांग्लादेश में आए इस भूकंप के झटके भारत तक महसूस किए गए। मालदा, कूचबिहार, नदिया और दक्षिण दिनाजपुर में भी लोग डरकर घरों, दफ्तरों और इमारतों से बाहर निकल आए। हालांकि राहत की बात यह रही कि अभी तक किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
NCS की रिपोर्ट: 5.5 तीव्रता का भूकंप
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 5.5 दर्ज की गई। इसका केंद्र बांग्लादेश की राजधानी ढाका के नर्सिंगदी जिले से 13 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम था। भूकंप की गहराई सिर्फ 10 किमी होने के कारण कंपन काफी तेज़ महसूस हुई और ये भारत के पूर्वी राज्यों तक पहुंच गई। बांग्लादेश में भी लोग डर के मारे सड़क पर आ गए लेकिन किसी तरह की हानि की पुष्टि नहीं हुई है।
पाकिस्तान–अफगानिस्तान में भी कांपी धरती
बांग्लादेश से पहले पाकिस्तान और अफगानिस्तान में भी भूकंप के तेज़ झटके आए। पहला भूकंप रात 1:59 बजे आया जिसकी तीव्रता 4.2 थी और केंद्र अफगानिस्तान में करीब 190 किमी गहराई पर था। दूसरा झटका 3:09 बजे महसूस किया गया जिसकी तीव्रता 5.2 रही। लगातार कंपन से वहां भी लोगों में दहशत का माहौल बना रहा।
हिंद महासागर क्षेत्र में भी आया भूकंप
अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बाद हिंद महासागर क्षेत्र में दोपहर 2:41 बजे 4.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ। इसका केंद्र समुद्री क्षेत्र में 10 किमी गहराई पर था। लगातार कई इलाकों में कंपन महसूस होने से विशेषज्ञों ने कहा कि इंडियन प्लेट और यूरेशियन प्लेट के टकराव वाले ज़ोन में हलचल लगातार बढ़ रही है।
क्यों बार-बार आते हैं भूकंप?
पाकिस्तान और अफगानिस्तान इंडियन और यूरेशियन प्लेटों की सीमा पर बसे हैं। इन प्लेटों के लगातार खिसकने और टकराने से भूकंप आते रहते हैं। इन झटकों के कंपन भारत तक महसूस होते हैं। पिछले कुछ महीनों में अफगानिस्तान में कई जानलेवा भूकंप आ चुके हैं, जिसने पूरे क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है।





