सावन का पवित्र महीना चल रहा है और इस महीने में भोलेनाथ की आराधना का विशेष महत्व है. धार्मिक मान्यता है कि सावन के महीने में भगवान शिव अपने परिवार के साथ धरती पर भ्रमण करते हैं. सावन के प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव और माता पार्वती के निमित्त व्रत रखा जाता है. इस महीने में कुछ चीजें खाने की मनाही भी होती है. खासकर तामसिक भोजन को नहीं खाना चाहिए. अगर आप तामसिक भोजन का सेवन करते हैं तो इससे भगवान शिव और माता पार्वती नाराज हो सकते हैं. तो चलिए इस रिपोर्ट में विस्तार से समझते हैं कि सावन के महीने में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं.
सत्येंद्र दास वेदांती बताते हैं कि सावन का महीना बेहद पवित्र माना जाता है. इस महीने में भोलेनाथ की आराधना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस महीने हर सोमवार का व्रत भी रखा जाता है. इस पूरे महीने सात्विक भोजन को ग्रहण करना चाहिए और तामसिक भोजन से परहेज करना चाहिए. अगर आप इस महीने केवल सात्विक भोजन का सेवन करते हैं तो ऐसा करने से भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष कृपा प्राप्त होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
इन बातों का रखें ध्यान
सत्येंद्र दास वेदांती बताते हैं कि सावन के महीने में अगर आप सोमवार का व्रत कर रहे हैं तो आपको फल, दूध, दही, मखाना, साबूदाना, कटु का आटा, सिंघाड़े का आटा जैसी चीजें खाना चाहिए. इन चीजों का सेवन करने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और मन भी शुद्ध रहता है. सावन के महीने में अगर आप प्याज और लहसुन का सेवन कर रहे हैं तो ऐसा बिल्कुल ना करें. यह तामसिक भोजन में माना जाता है और व्रत के दौरान इन्हें बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. इसके अलावा सावन के महीने में मांसाहारी भोजन से परहेज करना चाहिए. पूरे महीने मांसाहारी भोजन को दूर रखना चाहिए और केवल सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए.