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कारगिल चौक पर झंडा लगाने पर हुए में विवाद पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए केस का विरोध

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कारगिल चौक पर झंडा लगाने पर हुए में विवाद पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए केस का विरोध

जिलाध्यक्ष बनने का स्वागत छोड़ धरने पर बैठे निलय डागा

सांध्य दैनिक खबरवाणी, बैतूल

कारगिल चौक पर पार्टी का झंडा लगाने को लेकर भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हुआ विवाद थाने तक पहुंच गया। दोनों पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर मारपीट, गाली गलौच करने का आरोप लगाया। भाजपा कार्यकर्ताओं की रिपोर्ट पर कोतवाली थाने में दो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कर लिया गया, जबकि कांग्रेस ने इसे दलगत राजनीति की कार्रवाई बताते हुए इसका विरोध करना शुरू कर दिया, दरअसल सोमवार को नवनियुक्त कांग्रेस जिलाध्यक्ष निलय डागा के स्वागत, सत्कार की तैयारियों के चलते पूरे शहर को कांग्रेस के झंडे-बैनरों से सजाया जा रहा था इसी के चलते कारगिल चौक पर झंडे लगाते समय यह विवाद बढ़ गया। मामले में जब कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज किया गया तो इससे नवनियुक्ति जिलाध्यक्ष निलय डागा अपना स्वागत सत्कार छोड़ वे भी कार्यकर्ताओं के साथ देर रात तक धरने पर बैठे और न्याय दिलाने की मांग की।

ये है मामला: झंडा लगाने पर भिड़े थे कार्यकर्ता

कारगिल चौक पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष निलय डागा के स्वागत के लिए झंडे लगाए जा रहे थे, यहां भाजपा पार्षद और युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष सतीश बड़ोनिया तथा कांग्रेस के शहर ब्लॉक अध्यक्ष मोनू बड़ोनिया और कांग्रेस पार्षद उमाशंकर दीवान आपस में भिड़ गए। सतीश बड़ोनिया ने आरोप लगाया कि कारगिल चौक पर शहीद स्मारक है और सरकारी स्थल पर बिना अनुमति झंडे लगाने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने झंडा लगाने से रोका तो कांग्रेस नेताओं ने गाली गलौज की और मारपीट की।
इस मामले में आमला विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे और भाजपा के अन्य नेताओं ने कोतवाली जाकर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने मोनू बड़ोनिया और उमाशंकर दीवान के खिलाफ मारपीट, अभद्रता और संपत्ति विरूपण का मामला दर्ज किया। कांग्रेस नेताओं ने इन आरोपों का खंडन किया। मोनू बड़ोनिया ने कहा कि उन्होंने कोई अभद्रता नहीं की और स्वागत यात्राओं के दौरान झंडे-बैनर लगाना आम बात है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेता उल्टा धमका रहे थे और तिरंगे का अपमान किया गया। पुलिस जांच के लिए कंट्रोल रूम से सीसीटीवी फुटेज भी एकत्रित करवा रही है। इसके बाद पुलिस पूरे मामले की जांच करेगी।

रात में भाजपाईयों पर एफआईआर की मांग को लेकर थाने में किया धरना-प्रदर्शन

कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर के बाद देर शाम सैकड़ों कांग्रेसी थाने पहुंच गए। गौरतलब है कि इस दौरान शहर में नवनियुक्त कांग्रेस जिलाध्यक्ष का स्वागत समारोह चल रहा था, लेकिन कांग्रेस जिलाध्यक्ष निलय डागा के नेतृत्व में सैकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता कोतवाली थाने पहुंचे और भाजपा नेता सतीश बड़ोनिया के खिलाफ एफआईआर की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि सतीश बड़ोनिया ने न केवल अभद्र व्यवहार किया बल्कि झंडे निकालते समय तिरंगे का भी अपमान किया। उनका कहना है कि भाजपा नेता बेवजह कांग्रेस नेताओं को धमका रहे हैं जबकि स्वागत यात्राओं में वर्षों से झंडे और बैनर लगाए जाते रहे हैं। थाने पर एक घंटे से ज्यादा कांग्रेसियों का धरना चला। वे सतीश बड़ोनिया पर एफआईआर दर्ज किए जाने की मांग पर अड़े रहे। इस पर पुलिस ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया। एसडीओपी सुनील लाटा ने कहा कि कांग्रेस नेता मोनू बड़ोनिया से अभद्रता, तिरंगे के अपमान की जांच करेंगे। जांच पूरी होने तक भाजपा नेता द्वारा मोनू बड़ोनिया के खिलाफ की गई एफआईआर पर पुलिस कार्रवाई नहीं करेगी। दो दिन में जांच की जाएगी।

जोश में दिखे कांग्रेसी
नए जिलाध्यक्ष के पदभार ग्रहण करते ही धरने पर बैठने से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश आ गया और वे नारेबाजी करते हुए भाजपाईयों पर एफआईआर की मांग करते हुए जिलाध्यक्ष के साथ धरने पर बैठे रहे।

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