Discrimination in counseling: शिक्षकों की काउंसलिंग में भेदभाव का लगा आरोप

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46 शिक्षकों ने जताई असहमति, विसंगति दूर करने की मांग

Discrimination in counseling: बैतूल। स्कूलों में अतिशेष शिक्षकों को हटाकर दूसरे स्कूलों के रिक्त पदों को भरने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा काउंसलिंग करने के आदेश पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पिछले कई दिनों से काउंसलिंग चल रही थी। काउंसलिंग को लेकर श्रेणी-2 के शिक्षकों ने नाराजगी जताते हुए अधिकारियों पर काउंसलिंग में भेदभाव का आरोप लगाया है। इसको लेकर 46 शिक्षकों ने काउंसलिंग को लेकर असहमति भी जताई है। इसको लेकर उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र भी लिखा है।

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यह है आरोप


जिला शिक्षा अधिकारी को लिखे गए पत्र में श्रेणी -2 के शिक्षकों ने बताया कि 27 सितम्बर को विज्ञान विषय के अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग थी। इस काउंसलिंग में जिले में रिक्त गणित विषय के पदों वाली शालाओं में विज्ञान के शिक्षकों को समायोजित नहीं किया जा रहा है। जबकि लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल के द्वारा इस तरह के निर्देश जारी किए हैं कि विज्ञान के अतिशेष शिक्षकों को गणित के रिक्त पदों पर समायोजित किया जाए। इस काउंसलिंग में श्रेणी-2 के शिक्षकों के साथ न्याय संगत कार्यवाही नहीं हो रही है। जिसके कारण शिक्षकों ने काउंसलिंग का बहिष्कार कर दिया। शिक्षकों का कहना है कि भोपाल सूची भेजने के पहले अगर जिला स्तर पर समायोजन हो जाता तो ऐसी स्थिति निर्मित नहीं होती।


यह है मांग


विज्ञान श्रेणी -2 के शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी को जो पत्र लिखा है उसमें लोक शिक्षण संचालनालय की गाइड लाइन की प्रति भी संलग्र की है। जिसकी कंडिका 3 में स्पष्ट लिखा है कि जिन शालाओं में गणित विषय के शिक्षकों के पद रिक्त हैं वहां विज्ञान विषय के श्रेणी 2 के शिक्षकों का समायोजन किया जाए। पत्र पर 33 शिक्षकों के द्वारा हस्ताक्षर कर यह मांग की है कि लोक शिक्षण संचालनालय की गाइड लाइन का पालन किया जाए और उनका समायोजन किया जाए।


भोपाल से बनी सूची


काउंसलिंग में भेदभाव के आरोप को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. अनिल सिंह कुशवाह से सांध्य दैनिक खबरवाणी ने चर्चा की तो उनका कहना है कि अतिशेष शिक्षकों की सूची लोक शिक्षण कार्यालय भोपाल से आई है। शासन के निर्देशानुसार काउंसलिंग की जा रही है। जहां अतिशेष शिक्षक हैं उनको हटाकर रिक्त शालाओं में भेजने के लिए यह काउंसलिंग की गई है।


इन्होंने काउंसलिंग पर जताई असहमति


27 सितम्बर को हुई काउंसलिंग में जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर असहमति जताने वाले शिक्षकों में रेखा वाईकर, लता मालवीय, चमन ठाकुर, श्वेता माकोड़े, अनुपमा पंवार, रश्मि साहू, कंचन झोड़, सुधा वामनकर, प्रीतिबाला पंडोले, कविता मानकर, सुनीता पंडाग्रे, शीला डोंगरे, ज्योति देशमुख, सुनीता मालवीय, विजया ज्योति मगरदे, मीना घाघरे, सरोजबाला माथनकर, रश्मि मालवीय, रोशनलाल, संदीप कुमार आठनेरे, सूर्यभान कवड़ेती, ऋषिकांत बारंगे, संतोष कुमार धुर्वे, शशि गुप्ता, सविता गुजरकर सहित अन्य शिक्षक शामिल हैं। इन शिक्षकों में महिला शिक्षकों की संख्या ज्यादा है।

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