Demand raised to build over bridge : अंडर ब्रिज की जगह ओव्हर ब्रिज बनाने की उठी मांग

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बडोरा से गंज आने-जाने में हो रही है दिक्कतें

Demand raised to build over bridgeबैतूल – शहर के प्रमुख व्यवसायिक केंद्र गंज से बडोरा जाने वाले रास्ते में बने अंडर ब्रिज से आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आम लोगों के साथ ही व्यापारी वर्ग ने भी यहां पर अंडर ब्रिज की जगह ओव्हर ब्रिज बनाने की मांग की है। उनका कहना है कि अंडरब्रिज से बड़े वाहनों को आने-जाने में दिक्कत होती है वहीं बारिश के समय पानी भर जाने के कारण यह मार्ग बंद हो जाता है और बारिश के दौरान यहां कई घटनाएं भी घटित हो चुकी हैं। व्यापारियों की मांग है कि शहर के विकास में यह कार्य भी शामिल होना चाहिए। सांध्य दैनिक खबरवाणी ने इस मांग को लेकर कई व्यापारियों से चर्चा की तो उन्होंने ओव्हर ब्रिज बनाने की मांग सामने रखी।

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शहर की एंट्री बदसूरत | Demand raised to build over bridge

युवा व्यवसायी एवं समाजसेवी राकेश आहूजा का कहना है कि शहर का विस्तृत विकास हो रहा है वह आम लोगों की सुविधाओं को सरल बनाना रहा है। लेकिन इस विकास में एक कार्य और जुडऩा चाहिए वो है गंज अंडर ब्रिज की जगह ओव्हर ब्रिज बनना चाहिए। श्री आहूजा का कहना है कि गंज से नागपुर, मुलताई, आठनेर, चिचोली की तरफ से आने और उस तरफ जाने के लिए अंडरब्रिज बनाया गया है। जब भी बाहर के लोग गंज की तरफ आते हैं तो एंट्री बदसूरत है। यहां अगर ओव्हर ब्रिज बनता है तो आवागमन में आसानी होगी एवं सुंदरता दिखेगी।

बारिश में बंद हो जाता है मार्ग

कपड़ा व्यवसायी भूपेश बंटी सतीजा का कहना है कि गंज पर बने रेलवे अंडर ब्रिज में बारिश के समय में पानी भर जाता है जिससे यह मार्ग बंद हो जाता है और लोगों को गंज आने-जाने के लिए लंबा चक्कर लगाना पड़ता है। जब यह अंडर ब्रिज बन रहा था उस समय इस परेशानी का ध्यान नहीं रखा गया। अगर उसी समय यहां पर ओव्हर ब्रिज बन जाता तो यह परेशानी हमेशा के लिए खत्म हो जाती। बढ़ती जनसंख्या और व्यापार को देखते हुए तत्काल यहां पर ओव्हर ब्रिज बनाया जाना चाहिए ताकि यातायात सुगम हो सके।

बारिश में घटती है घटनाएं | Demand raised to build over bridge

युवा समाजसेवी एवं व्यवसायी कुशकुंज अरोरा का कहना है कि गंज रेलवे अंडर ब्रिज लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। बारिश के समय अंडर ब्रिज के बाजू से निकलने वाला पानी अंडर ब्रिज के अंदर भर जाता है और रात के समय यहां से निकलने वालों लोगों को मुसीबत का सामना करना पड़ता है। पिछले साल एक बड़ी घटना यहां घटित हुई थी जिसमें दो युवक कार सहित बह गए थे और उनकी मौत हो गई थी। अगर ओव्हर ब्रिज रहता तो यह घटनाएं घटित नहीं होती।

सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए

रसोई रेस्टारेंट के संचालक एवं समाजसेवी राम भार्गव का कहना है कि सरकार को आमजनता की सुविधा की ओर ध्यान देना चाहिए। गंज में रेलवे अंडर ब्रिज बनाया गया था उस समय बार-बार गेट बंद-चालू होने की समस्या से लोगों को निजात तो मिल गई थी। लेकिन बाद में अंडरब्रिज से आवागमन में लोगों को काफी दिक्कतें होने लगी। पिछले कई साल पहले बडोरा तरफ से बाइक पर आ रहे एक व्यक्ति की इस अंडर ब्रिज में एक्सीडेंट से मौत हो गई थी। क्योंकि आने वाले और जाने वाले लोगों को सामने के वाहन दिखाई नहीं देते हैं। इसलिए इस समस्या से ओव्हर निर्माण कर छुटकारा पाया जा सकता है।

बार-बार लगता है जाम | Demand raised to build over bridge

जनरल किराना व्यापारी संघ के अध्यक्ष बंटी मोटवानी का कहना है कि गंज व्यवसायिक क्षेत्र है और यहां पर ट्रक आने जाने का सिलसिला लगा रहता है। अंडर ब्रिज से ट्रक और बस निकलते हैं और ऐसी स्थिति में कई बार जाम लग जाता है। चूंकि इस मार्ग पर गंज से बडोरा और अन्य क्षेत्रों में वाहन जाते और आते हैं। जिले भर से लोग खरीदी करने के लिए गंज आते हैं। इसी क्षेत्र में ट्रांसपोर्ट भी है। अंडर ब्रिज की जगह यदि ओव्हर ब्रिज रहेगा तो इन सभी समस्याओं से निजात पाई जा सकती है।

कांग्रेस सरकार में बना था ओव्हर ब्रिज

शहर की यातायात व्यवस्था को सुगम करने के लिए नेशनल हाईवे ने 1994-95 के बीच सदर से बडोरा तक ओव्हर ब्रिज का निर्माण किया गया था। पहले माचना नदी के ब्रिटिश हुकूमत के पुल पर से एनएच निकलता था लेकिन भारी बारिश के चलते इसके टूट जाने के बाद एनएच ने इस ओव्हर ब्रिज का निर्माण किया था। ब्रिज के बनने के बाद यातायात का दबाव काफी कम हो गया था। हालांकि इतने लंबे समय में यह ओव्हर ब्रिज भी जर्जर हो गया है और मरम्मत की अत्यंत आवश्यकता है। यदि शहर को इसी तरह से एक ओव्हर ब्रिज गंज क्षेत्र में भी मिल जाए तो बड़ी सौगात हो सकती है।