Cyber crime: एमपी में साइबर फ्रॉड से 9 माह में 385 करोड़ ठगे

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5 साल में 125 गुना बढ़ा क्राइम, 5 लाख हुए केस

Cyber crime: भोपाल(ई-न्यूज)। साइबर क्राइम दिनों दिन बढ़ते ही जा रहा है। साइबर क्राइम से बचने के लिए तमाम जागरूकता अभियान चलाने के बाद लोग भी ठगी का शिकार हो रहे हैं। बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव साइबर मुख्यालय पहुंचे। मुख्यमंत्री के साथ में डीजीपी सुधीर सक्सेना और एडीजी योगेश देशमुख भी मौजूद थे। इस दौरान डिजिटल अरेस्ट रहे कारोबारी को छुड़ाने वाले पुलिस अफसरों से भी मुख्यमंत्री ने मुलाकात की। मध्यप्रदेश में 5 साल के भीतर ही 125 गुना बढ़ गए हैं। वर्ष 2019 में साइबर क्राइम की 4 हजार शिकायतें दर्ज की गई थी जबकि 2024 में यह आंकड़ा 5 लाख पर पहुंच गया है।


9 माह में 385 करोड़ रुपए ठगे


1 जनवरी 2024 से 30 सितंबर 2024 के बीच जालसाजों ने मप्र के लोगों से अलग-अलग तरीके अपनाकर करीब 385 करोड़ रुपए ठग लिए। ये वो आंक?ा है, जो मप्र पुलिस ने मंगलवार को राज्य साइबर मुख्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने पेश किया है। राज्य साइबर मुख्यालय में ये मप्र के किसी भी मुख्यमंत्री का पहला दौरा था। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मप्र साइबर पुलिस को और हाईटेक बनाने की प्लानिंग करने के लिए कहा गया है। इसी प्लानिंग के आधार पर जरूरी उपकरण और अन्य संसाधन की व्यवस्था की जाएगी।


प्रदेश के हर जिले में खुलेंगे साइबर थाने


इसके अलावा मप्र के हर जिले में एक-एक साइबर थाना और हर थाने में साइबर डेस्क की स्थापना भी की जाएगी। प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर साइबर जागरुकता अभियान चलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का हवाला देते हुए कहा कि डिजिटल अरेस्ट से डरे नहीं। बस रुकें, सोचें और एक्शन लें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव साइबर पुलिस अफसरों की सराहना करने के लिए अचानक ही साइबर मुख्यालय पहुंचे थे। बीती 9 नवंबर को एडीजी योगेश देशमुख, डीआईजी यूसुफ कुरैशी के कहने पर एसआई सचिन यादव ने दुबई के कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट से मुक्त करवाया था।


सीएम ने की टीम की सराहना


मप्र को साइबर सेल को वर्ष 2021 और 2022 में एनसीआरबी, वर्ष 2018 व 2022 डीएससीआई (कैपेसिटी बिल्डिंग), वर्ष 2018, 2019, 2020 और 2022 में साइबर कॉप ऑफ दी ईयर और वर्ष 2022 में एफआईसीसीआई (कैपेसिटी बिल्डिंग) पुरस्कार मिले हैं। मुख्यमंत्री ने पूरी टीम की सराहना की। साथ ही सचिन यादव को 15 हजार रुपए का इनाम के निर्देश देते हुए डीआईजी को प्रशंसा पत्र का ऐलान किया। पुलिस ने पहुंचकर कारोबारी को ठगी से बचाया है। डीजीपी सुधीर सक्सेना ने मुख्यमंत्री को राज्य साइबर सेल के सेटअप की जानकारी दी।


24 हजार अफसरों को ट्रेनिंग दी गई


मुख्यमंत्री ने कहा कि साइबर अपराध और शिकायतों में हर साल बढ़ोतरी हो रही है। करीब पांच साल में मप्र में ही साइबर अपराध की शिकायतें 5 लाख तक पहुंच गई हैं। इन पांच सालों में पुलिस ने 259 ट्रेनिंग कैंपेन के जरिए 24 हजार पुलिस अफसरों, न्यायिक अधिकारियों और लोक अभियोजन अधिकारियों को प्रशिक्षित किया है। ऐसे ही साइबर जागरुकता कार्यक्रमों के जरिए छात्र-छात्राओं समेत करीब 31 लाख लोगों को जागरुक भी किया गया है। इसके अलावा साइबर पुलिस एडवाइजरी भी जारी कर रही है। 

source internet…  साभार….