बैतूल- नाबालिग छात्रा के साथ कोचिंग संचालक ने दुष्कर्म करने के बाद बैतूल के निजी अस्पताल में अवैध रूप से गर्भपात कराने के मामले में पुलिस ने आरोपि के माता पिता की निशानदिही पर गांव के तालाब के पास स्थित सरकारी बोरवेल से भ्रूण को बाहर निकालकर बरामद किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आमला थाना क्षेत्र के ग्राम में कोचिंग का संचालन करने वाले प्रकाश पिता राजेंद्र भोजेकर के द्वारा नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म किया था। उसके गर्भवती हो जाने पर बैतूल के करूणा अस्पताल में आरोपी और उसके माता-पिता द्वारा नाबालिग को भर्ती कराया और अवैध रूप से उसका गर्भपात करा दिया था।
मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने आरोपित के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया और उसमें सहयोग देने पर उसके माता-पिता एवं अवैध गर्भपात करने वाली महिला डाक्टर वंदना कापसे के खिलाफ भी मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने आरोपी माता माया भोजेकर और पिता प्रकाश भोजेकर को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि उनके द्वारा बैतूल के अस्पताल में अवैध गर्भपात कराने के बाद करीब पांच माह के अविकसित भ्रूण को गांव के तालाब के पास स्थित शासकीय बोरवेल में फेंक दिया था। आमला पुलिस ने गुरुवार देर शाम उनकी निशानदेही पर तालाब के पास स्थित शासकीय बोरवेल में से अविकसित भ्रूण को निकाला।
आमला थाना में पदस्थ उप निरीक्षक बसंत अहाके ने बताया कि बंद बोरवेल में करीब 150 फीट नीचे से भ्रूण को बड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया है। उसके पेट और शरीर के नीचे का हिस्सा मिल गया है। इसे अब पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। इसके बाद उसके फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा। इस मामले में आरोपी महिला डाक्टर वंदना कापसे को भी पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की है। जिसमें अहम सुराग मिले हैं। प्रशासन ने अस्पताल से अवैध सोनाग्राफी मशीन जब्त करने के साथ ही अस्पताल का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया है।