मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के वाहन पर रविवार (31 अगस्त) को रतलाम के मांगरोल में हमला हुआ. इस दौरान धाकड़ समाज के लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए साथ ही पथराव भी किया, हालांकि जीतू पटवारी बाल-बाल बच गए और उन्हें कोई चोट नहीं लगी, लेकिन उनकी गाड़ी का पिछला शीशा टूट गया. इस घटना से राजनीतिक तनाव बढ़ गया है. मध्य कांग्रेस ने इस हमले की निंदा करते हुए बीजेपी पर हमला करवाने का आरोप लगाया है. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर करते हुए पार्टी ने कहा आखिरकार, लोकतंत्र विरोधी भाजपा ने फिर से अपना असली रंग दिखा ही दिया. लगातार सच बोलने और सरकार को आईना दिखाने से बौखलाई भाजपा ने आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी जी पर जानलेवा हमला करवाया. इसके आगे कांग्रेस ने कहा भाजपा के मंडल अध्यक्ष स्वयं घटनास्थल पर मौजूद थे. सच तो यह है कि कांग्रेस को मिल रहे अपार जनसमर्थन से मोहन सरकार घबरा गई है! इसलिए वह ऐसे हथकंडे अपना रही है. भाजपा और मोहन सरकार लगातार जीतू पटवारी की सुरक्षा से समझौता कर रही है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जान जानबूझकर खतरे में डाली जा रही है. प्रदेश कांग्रेस इस हमले की कड़ी निंदा करती है.
जानकारी के मुताबिक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पर ये हमला उस समय हुआ जब वो वोट चोर गद्दी छोड़ आंदोलन में शामिल होने रतलाम आ रहे थे. इसी दौरान जिले के मांगरोल में धाकड़ समाज जीतू पटवारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहा था. बताया जा रहा है कि, धाकड़ समाज द्वारा किए गए प्रदर्शन का कारण पिछले दिनों पटवारी के एक बयान के चलते किया गया है. धाकड़ समाज के लोग टिप्पणी को लेकर नाराज हैं. दरअसल, मंदसौर वाली घटना को लेकर जीतू पटवारी ने धाकड़ समाज पर कोई टिप्पणी की थी. इसी बात को लेकर रतलाम में धाकड़ समाज के लोगों में नाराजगी थी. काफिला आने से पहले ही बड़ी संख्या में धाकड़ समाज के लोग सड़क पर जमा हो गए थे. इस दौरान लोगों ने काफिले को काले झंडे दिखाए हैं. साथ ही जीतू पटवारी के खिलाफ नारेबाजी की है. इसी दौरान पथराव भी किया गया.घटना से जुड़े कुछ वीडियो भी सामने आए हैं. जीतू पटवारी का कहना है कि बीजेपी के मंडल अध्यक्ष ने उन पर हमला किया और उनकी गाड़ी के कांच तोड़ दिए. उन्होंने कहा कि वो 30,40 लोगों को साथ लेकर आए थे. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश लोकतंत्र का एक मंदिर है. इसमें सत्ता और विपक्ष दोनों का सम्मान है. इसके साथ ही उन्होंने सूबे की सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा.