Congress gets big success in Assam: असम विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक जबरदस्त बढ़त मिली है। राज्य की राजनीति में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले चार बड़े नेता शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। इनके आने से पार्टी का उत्साह और चुनावी हवा दोनों ही कांग्रेस के पक्ष में नजर आ रही हैं।
चार बड़े नेता कांग्रेस में शामिल — चुनाव से पहले बड़ा झटका BJP को
असम में नेताओं का कांग्रेस में आने का सिलसिला तेजी से बढ़ रहा है। शुक्रवार को कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, असम कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह अलवर और प्रदेश अध्यक्ष गौरव गोगोई की मौजूदगी में चार दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली।
इनमें पूर्व मंत्री और तीन बार के विधायक बुबुल दास, असम गण परिषद के वरिष्ठ नेता अशोक कुमार, टी गार्डन क्षेत्र के प्रभावशाली नेता गौतम धनोवार और लॉन्गकी टोकबी शामिल हैं। इन नेताओं के जुड़ने से कांग्रेस का जनाधार और मजबूत हुआ है।
BJP की नीतियों से जनता नाराज — कांग्रेस का दावा
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जितेंद्र सिंह अलवर ने कहा कि असम की जनता BJP सरकार से परेशान हो चुकी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और उनका नेटवर्क राज्य में “माफिया राज” चला रहे हैं।
छठी अनुसूची के इलाकों की जमीन हड़पकर असम की संस्कृति पर हमला किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हर जिले में हजारों लोग BJP की नीतियों से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
गौरव गोगोई बोले—हर महीने 10 तारीख को जुड़ रहे हैं बड़े नेता
असम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई ने कहा कि 10 सितंबर से एक नया ट्रेंड शुरू हुआ है—हर महीने की 10 तारीख को विभिन्न पार्टियों के बड़े नेता कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सिर्फ 10 नवंबर को 11,000 लोग कांग्रेस में आए, जो साफ दिखाता है कि असम में राजनीतिक हवा कांग्रेस की तरफ बह रही है।
“नफरत की फैक्ट्री बंद करेंगे, रोजगार का उद्योग खोलेंगे” — कांग्रेस का वादा
गोगोई ने BJP सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि असम में रोजगार खत्म हो रहे हैं और नफरत की राजनीति बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि चाय उद्योग जैसी पारंपरिक इंडस्ट्री खत्म हो रही हैं, जबकि BJP नेता खुद चाय बागान के मालिक बन रहे हैं।
कांग्रेस का वादा है कि अगर सत्ता में आती है तो नफरत की फैक्ट्री बंद कर रोजगार की इंडस्ट्री शुरू करेगी।
आदिवासी जमीन बड़े उद्योगपतियों को देने का आरोप
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि राज्य में 13,000 एकड़ आदिवासी जमीन बड़े उद्योगपतियों और PM मोदी के करीबी लोगों को दी गई है, जिससे स्थानीय आदिवासी परिवार उजड़ रहे हैं।
कार्यक्रम में कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता जैसे प्रद्युत बोरदोलोई, रकीबुल हुसैन, प्रथ्वीराज सट्टे, मनोज चौहान और हाल ही में कांग्रेस में शामिल UPPL नेता बिर्खंड बरो भी मौजूद रहे।





