मैहर: जिले के संकुटा तालाब स्थित शिव मंदिर में भगवान नंदी की प्रतिमा खंडित करने के मामले का पुलिस ने 72 घंटे के भीतर खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों मोहम्मद इसराइल और नावेद अहमद को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने शराब के नशे में इस कृत्य को अंजाम देना स्वीकार किया है।
18 अगस्त को थी तोड़फोड़
दरअसल, यह घटना 18 अगस्त की है। जब जिले में स्थित संकुटा तालाब के किनारे बने प्राचीन शिव मंदिर में नंदी की प्रतिमा टूटी हुई पाई गई थी। इस खबर के फैलते ही स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं में भारी आक्रोश फैल गया था। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मैहर एसपी सुधीर अग्रवाल ने तत्काल कोतवाली थाना प्रभारी अनिमेष द्विवेदी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।
नशे में की थी तोड़फोड़
पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास सघन जांच और पूछताछ शुरू की। इसी दौरान मैहर पुलिस को सुराग मिला, जिसके आधार पर चिकान मोहल्ला निवासी मोहम्मद इसराइल उर्फ इस्सी (36 वर्ष) को हिरासत में लिया गया। सख्ती से पूछताछ करने पर इसराइल ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
शराब के नशे में तोड़फोड़ की
उसने बताया कि 18 अगस्त की रात उसने अपने साथी पुरानी बस्ती निवासी नावेद अहमद (23 वर्ष) के साथ संकुटा तालाब के पास बैठकर शराब पी थी। इसके बाद नशे की हालत में दोनों ने मंदिर में घुसकर नंदी भगवान की मूर्ति को तोड़ दिया था।
दोनों आरोपी पहुंचे जेल
आरोपी इसराइल के कबूलनामे के बाद पुलिस ने उसे 18 अगस्त को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं, फरार चल रहे उसके साथी नावेद अहमद को पुलिस ने गुरुवार, 21 अगस्त को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे भी न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।