घोड़ाडोंगरी में पीएम योजनाओं के शिविर का आयोजन, पर स्वच्छता पर सवाल
नगर परिषद घोड़ाडोंगरी में आज प्रधानमंत्री स्वनिधि, प्रधानमंत्री आवास एवं प्रधानमंत्री स्वच्छता शिविर के अंतर्गत विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह शिविर सुबह 11 बजे नगर परिषद परिसर में हुआ।
योजनाओं का उद्देश्य
कार्यक्रम के दौरान पीएम आवास योजना के पात्र हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए गए। जनप्रतिनिधियों ने बताया कि इन योजनाओं का मकसद आमजन को पक्का मकान, स्वरोजगार के अवसर और बेहतर स्वच्छता सुविधाएँ उपलब्ध कराना है।
स्वच्छता शिविर और गंदगी का सच
हालांकि, नगर की स्वच्छता व्यवस्था की हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
वार्ड क्रमांक 4 की अधूरी कच्ची नाली, जिसके आसपास लंबे समय से गंदगी और हरियाली जमी हुई है, शिविर के दिन भी जस की तस बनी रही।
यह नाली पिछले पाँच सालों से अधूरी पड़ी है और इसे पूरा करने की मांग कई बार उठ चुकी है, लेकिन नगर परिषद ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
नाली की समस्या की जानकारी पूर्व में प्रकाशित करने के बाद नगर परिषद के प्रभारी सीएमओ नवनीत पांडे को दी जा चुकी है, फिर भी कार्यवाही के नाम पर हालात जस के तस हैं।
नाली के किनारे घास-झाड़ियों की सफाई न होने से हालात ऐसे हैं कि नगर परिषद का हेड पंप तक झाड़ियों में दब चुका है।
योजनाओं पर शोभा, ज़मीन पर कमजोरी
एक तरफ नगर परिषद योजनाओं की सफलता के दावे कर शिविर आयोजित करता है, वहीं दूसरी ओर स्वच्छता और पाँच साल से अधूरी नालियों को पूरा करने के मोर्चे पर निष्क्रियता साफ झलकती है।
वार्ड क्रमांक 4 के निवासी संतोष पाराशर ने बताया कि अधूरी नालियों के कारण बरसात में पानी उनके घर के सामने रुक जाता है और नाली के आसपास फैली हरियाली से मच्छर बढ़ रहे हैं।
वहीं प्रफुल्ल अग्रवाल ने कहा कि नाली से उठती बदबू और बढ़ते मच्छर बच्चों को बीमार कर रहे हैं। बरसात में ओवरफ्लो पानी घरों में घुस जाता है।
सवाल बरकरार
शिविर का आयोजन महज़ औपचारिकता बनकर रह गया है या वास्तव में योजनाओं का सही क्रियान्वयन होगा?
पाँच साल से अधूरी नालियों और गंदगी की समस्या पर नगर परिषद की चुप्पी अब सबसे बड़ा सवाल बन गई है।