बस चालक जहां मनमर्जी आए वहां बस रोककर बैठाते है सवारी, सडक पर लगता है जाम
लोगों को हो रही है परेशानी, हो सकती है बडी दुर्घटना, समय पर नही पहुच पाते मरीज अस्पताल
मुलताई। नगर में बस चालक अपनी मनमर्जी से सडक पर जगह जगह बस रोक देते है। जिसके कारण सडक पर जाम की स्थिति बन जाती है । बसे बस स्टेंड से निकाल कर रोड पर खडी कर देते है। नगर में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए प्रशासन द्वारा बस स्टेंड में आने एवं जाने के लिए अलग अलग मार्ग निर्धारित किए है। बसें अपने समय पर महावीर पान भंडार के सामनें आकर खडी हो जाती है । वहां से सवारी भरने के बाद बस बस स्टेंड से निकल कर ट्रैक्सी स्टेंड पर खडी हो जाती है। जिसके कारण मुख्य मार्ग पर जाम की स्थिति बन जाती है। बस स्टेंड के बसो के निकलने वाले मार्ग से ही व्यवहार न्यायालय, तहसील न्यायालय,सिविल लाइन, अधिकारी निवास, तथा स्कूल जाने का रास्ता गुजरता है । बसे महावीर पान भंडार के सामने खडी देने के कारण रास्ता सकरा हो जाता है। जिसके कारण सडक पर जाम की स्थिति बन जाती है।
मुख्य मार्ग होता है बार बार जाम
नगर में बस स्टेंड से बसें निकलने के बाद बैतूल रोड अथवा नागपूर की ओर सडक पर खडी कर सवारी भरी जाती है जिसके कारण रास्ता जाम होता है । बस स्टेंड से स्मृति भवन तक, बस स्टेंड से अस्पताल के गेट तक, फव्वारा चौक सहित अन्य स्थानों पर बस चालक बसों की क्रांसिग सवारी भरने के चक्कर में अक्सर बसें रोड पर लगा देते है जिसके कारण मुख्य मार्ग जाम हो जाता है। बोरदेही, मासोद, छिदंवाडा सहित अन्य स्थानों से आने वाले यात्रियों को मुलताई पहुचकर बसें बदलना होता है। उनके मुख्य गंतव्य पर जाने वाली बसों के चालक बीच रास्ते में बसें रोक अन्य बसों से सवारी उतारकर बसों में सवारी बैठाते है। जिससे मुख्य मार्ग पर जाम लग जाता है।
क्रांसिग के समय दुर्घटना की संभावना होती है
बस स्टेंड से बस निकलने के बाद फव्वारा चौक एवं स्मृति भवन के पास मासोद एवं बोरदेही की ओर से आने वाली सवारी को बसों में चढानें के चक्कर में मुख्य मार्ग के दोनो ओर बसों को रोक दिया जाता है। इस दौरान एक बस से सवारी उतारकर दूसरी ओर खडी बस में बैठाई जाती है। बस बदलने के समय यात्रियों को सडक पार कर जाना होता है जिसमें बडी दुर्घटना हो सकती है। चलती हुई बस अचानक रोक देने से भी दुर्घटना होने की स्थिति निर्मित होती है।
जाम में एम्बुलेंस एवं स्कूल वाहन फसने से हो जाती है देरी
बस स्टेंड की एक ओर स्कूल तो दूसरी अस्पताल स्थित है। बस स्टेंड से निकली बसें रोड पर खडी कर दी जाती है जिससे लंबा जाम लग जाता है। इस दौरान अस्पताल में मरीजों को लेकर जा रही एम्बुलेंस जाम में फसनें से मरीजों को अस्पताल पहुचानें में परेशानी होती है। वहीं दूसरी ओर सीएम राइस स्कूल है। स्कूल प्रारंभ होने एवं छुटटी के दौरान स्कूल से स्कूल वाहन बच्चों को लेकर निकलते है जाम होने के कारण वह भी इस जाम में फस जाते है। प्रतिदिन शाम 5 बजे कोर्ट रोड पर यह स्थिति सामनें आती है जहां छुटटी के दौरान स्कूल बसें स्कूल विद्यार्थियों को लेकर रोड पर जाम के कारण खडी होती है । कई बार यह अवधि आधे से एक घंटे तक की होती है।
बस चालको को बोलने पर करते है अभद्र व्यवहार
मुख्य मार्ग पर बसें खडी करने के दौरान यदि पीछे से आने वाला कोई वाहन चालक इन्हे बसें आगें बढाने के लिए बोलता है ,तो इनके द्वारा उसके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। कई बार यह स्थिति विवाद का भी रूप ले लेती है।
सुधारने की पहल कर चुका है पुलिस विभाग
इस समस्या को देखते हूए पुलिस विभाग द्वारा बस संचालको को कई बार समझाईश दी जा चुकी है। जिसके बाद कुछ समय स्थिति ठीक रहती है लेकिन फिर वही रवैया प्रारंभ हो जाता है। पुलिस विभाग को चाहिए कि नगर में मुख्य चौराहो पर ट्रेफिक पुलिस लगाई जाए जिससे समस्या जड से समाप्त हो सके ।
बस चालक जहां मनमर्जी आए वहां बस रोककर बैठाते है सवारी, सडक पर लगता है जाम
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