Bizuri Railway Station Monkey Attack: अनूपपुर ज़िले के बिजूरी रेलवे स्टेशन पर इन दिनों ट्रेनों से ज़्यादा चर्चा बंदरों की हो रही है। पिछले 20 दिनों से एक बड़ा और एक छोटा बंदर यहां लगातार आतंक मचा रहे हैं। अब तक 15 से 20 लोग इनके हमले का शिकार हो चुके हैं। हालत यह है कि रेलवे कर्मचारी और यात्री दोनों ही दहशत में हैं।
कब और कैसे करते हैं बंदर हमला?
रेलवे कर्मचारियों का कहना है कि यह बंदर अक्सर तब हमला करता है जब वे पावर सप्लाई चेक करने (ट्रेन चार्ज करने) जाते हैं। कई बार तो कर्मचारी काम करते हुए भी अचानक इसके शिकार हो जाते हैं। अब हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि कर्मचारियों को हाथों में बांस की लाठी लेकर काम करना पड़ रहा है। कई घायल कर्मचारियों को इलाज के लिए बिलासपुर तक ले जाना पड़ा।
यात्रियों में भी फैला डर
यात्रियों का कहना है कि जैसे ही वे स्टेशन पर उतरते हैं, सबसे पहले बंदरों का खौफ सताने लगता है। खासकर महिलाएं और बच्चे बंदरों के डर से ज्यादा घबराए रहते हैं। इसी वजह से कई लोग अब बिजूरी स्टेशन आने से बचने लगे हैं।
शिकायतें हुईं लेकिन कार्रवाई नहीं
रेलवे कर्मचारियों ने इस समस्या को लेकर कई बार शिकायत की है। रेलवे अधिकारियों को पत्र लिखा गया, वन विभाग को सूचना दी गई और बिजूरी नगर पालिका से भी मदद मांगी गई। यहां तक कि मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री दिलीप जायसवाल को भी जानकारी दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
सुरक्षा पर बड़ा खतरा
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सिर्फ परेशानी ही नहीं बल्कि बड़ा सुरक्षा संकट भी है। अगर समय रहते वन विभाग और रेलवे प्रशासन ने कदम नहीं उठाया, तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
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कब मिलेगा राहत?
लगातार बढ़ते बंदरों के हमले से लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर राहत कब मिलेगी। रेलवे कर्मचारी और यात्री दोनों उम्मीद लगाए बैठे हैं कि जल्द ही इन बंदरों को पकड़कर कहीं और छोड़ा जाएगा, जिससे स्टेशन पर फिर से सामान्य माहौल बन सके।