Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 (Bihar Election 2025) की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। सभी दलों ने अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। लेकिन इस बार चर्चा सिर्फ राजनीति की नहीं, बल्कि उम्मीदवारों की संपत्ति की भी हो रही है। आंकड़ों के मुताबिक, इस बार सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवार महागठबंधन (Mahagathbandhan) से हैं। वहीं, NDA (एनडीए) के भी कई प्रत्याशी करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं।
महागठबंधन में सबसे ज्यादा करोड़पति प्रत्याशी
बिहार के इस चुनाव में महागठबंधन के कुल 15% उम्मीदवारों के पास 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। इनमें सबसे आगे हैं राजद (RJD) के उम्मीदवार। हाजीपुर से आरजेडी प्रत्याशी देव कुमार चौरसिया के पास लगभग ₹67 करोड़ की संपत्ति है। वहीं नरपतगंज से दीपक यादव के पास ₹42 करोड़ और बरहरिया से अरुण गुप्ता के पास ₹40 करोड़ की संपत्ति है। यह आंकड़े दिखाते हैं कि इस बार चुनाव मैदान में सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि धनबल का भी जोर है।
कांग्रेस, VIP और IIP के उम्मीदवार भी दौलतमंद
महागठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी के भी तीन उम्मीदवार करोड़पति हैं। इनमें सबसे आगे हैं मिन्नतुल रहमान, जिन्हें सुपौल से टिकट मिला है। उनके पास कुल ₹37.19 करोड़ की संपत्ति दर्ज की गई है। वहीं, वीआईपी (VIP) और आईआईपी (IIP) के भी दो-दो उम्मीदवारों के पास करोड़ों की संपत्ति है। इससे साफ है कि इस बार बिहार चुनाव में धनवान उम्मीदवारों का दबदबा दिखाई दे रहा है।
NDA में कौन हैं सबसे अमीर उम्मीदवार?
अब अगर नजर डालें एनडीए (NDA) की ओर, तो यहां भी कई प्रत्याशी करोड़पति हैं। आंकड़ों के मुताबिक, एनडीए में बीजेपी के 9 और जेडीयू के 7 उम्मीदवारों के पास ₹10 करोड़ से अधिक की संपत्ति है। बीजेपी से सिद्धार्थ सौरभ, जो पटना जिले की बिक्रम सीट से उम्मीदवार हैं, उनकी कुल संपत्ति ₹42.87 करोड़ बताई गई है। वे पहले कांग्रेस से दो बार विधायक रह चुके हैं और पिछले साल भाजपा में शामिल हुए थे। बीजेपी के दूसरे सबसे अमीर प्रत्याशी कुमार प्रणय हैं, जिनके पास ₹17.78 करोड़ की संपत्ति है।
जेडीयू के सबसे अमीर प्रत्याशी डॉक्टर कुमार पुष्पंजय
एनडीए की सहयोगी पार्टी जेडीयू (JDU) में सबसे अमीर उम्मीदवार हैं डॉ. कुमार पुष्पंजय, जिनकी संपत्ति लगभग ₹71.57 करोड़ आंकी गई है। वहीं मनोरमा देवी (बेलागंज) ₹45.87 करोड़ की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं। इन आंकड़ों से साफ है कि बिहार चुनाव 2025 में इस बार अमीरी और राजनीति का संगम देखने को मिलेगा।





