कार्यक्रम में शामिल हुए विधायक, कलेक्टर सहित सेना अधिकारी
बैतूल -Bhopal-Nagpur Highway- नागपुर को मध्यप्रदेश की राजधानी से जोडऩे वाले एनएच पर सुखतवा नदी पर आर्मी द्वारा बनाए गए वैली ब्रिज का आज बुधवार को विधायक, कलेक्टर और आर्मी अधिकारियों की मौजूदगी में शुभारंभ कर दिया गया। शुभारंभ के बाद इस वैली ब्रिज पर से वाहनों का गुजरना प्रारंभ हो गया है।
शुरू हो गया ब्रिज से यातायात
सुखतवा नदी पर बनाए वैली ब्रिज पर आज बुधवार से यातायात शुरू हो गया है। इस पुल से यातायात शुरू होने से अब इस नेशनल हाईवे पर आवागमन में कोई अवरोध नहीं आएगा। वाहनों की अब आसानी से आवाजाही हो सकेगी। गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर विधिवत इस बेली ब्रिज का शुभारंभ किया गया। सुखतवा नदी पर पहले अंग्रेजों के जमाने में बने पुल से आवाजाही होती थी। अप्रैल महीने में यह पुल एक भारी-भरकम ट्राला के निकलते समय भरभराकर ढह गया था। उसके बाद कुछ दिनों के लिए यातायात डायवर्ट किया गया था।
पानी में डूब गया था अस्थायी पुल
इस बीच सुखतवा नदी पर अस्थाई पुल बनाया गया था। इस पुल की ऊंचाई कम होने के कारण बारिश होते ही पुल पर पानी आने से यातायात बाधित हो रहा था। करीब एक सप्ताह पहले हुई भारी बारिश के बाद तवा डैम का बैक वाटर यहां तक पहुंच गया था। बैक वाटर से करीब आधा फीट पानी इस पुल पर आ गया है। ऐसे में इस पुल से वाहनों की आवाजाही को सुरक्षित न मानकर यातायात प्रतिबंधित कर दिया गया था। वहीं जो डायवर्टेड मार्ग था, उससे भी आवाजाही आसान नहीं थी। इसे देखते हुए प्रशासन ने सेना की मदद ली थी।
सेना ने किया था वैली ब्रिज का निर्माण
सेना की 102 (वीसी) इंजीनियर अभियंता विंग ने यहां पर बेली ब्रिज का निर्माण शुरू किया था। दो दिनों में ही सेना ने यहां पुराने पुल के पिलरों पर यह ब्रिज बना दिया था। इसके बाद ट्रायल आदि लिया गया। ओके रिपोर्ट मिलने के बाद बुधवार को अधिकारियों की मौजूदगी में इस बेली ब्रिज का विधिवत शुभारंभ किया गया। इसके साथ ही पुल को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है।
सबसे पहले निकाली आर्मी की जिप्सी
पहले निकली अधिकारियों की जिप्सीआज पुल के शुभारंभ अवसर पर सेना के अधिकारियों के साथ ही सिवनी मालवा विधायक प्रेमशंकर वर्मा, नर्मदापुरम कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, एसडीएम इटारसी मदनसिंह रघुवंशी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। पुल का फीता काटने के साथ ही विधायक एवं प्रशासन और सेना के अधिकारियों ने जिप्सी में बैठकर इस पुल को पार कर किया। इसके साथ ही सभी को यह आश्वस्त किया कि यह पुल पूरी तरह से सुरक्षित है।
एमपी का पहला है वैली ब्रिज
मध्यप्रदेश में बना यह पहला बेली ब्रिज उद्घाटन अवसर पर सेना के अधिकारियों ने बताया कि मध्यप्रदेश में सेना द्वारा बनाया गया यह पहला बेली ब्रिज है। इस पुल का निर्माण बेहद विपरीत परिस्थितियों में किया गया है। पुल की लंबाई 90 फीट और चौड़ाई 3.2 मीटर है। इस पुल की भार क्षमता 40 टन होगी। इस पुल से वाहन 20 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गुजर सकेंगे। पुल पर आपातकालीन ब्रेक लगाना वर्जित है। एक बार में पुल से एक से अधिक वाहनों के पार न करने की सलाह दी गई है।