सांध्य दैनिक खबरवाणी, बैतूल:- शहर से ज्यादा राजनीति ग्रामीण क्षेत्रों में होती है, इसका एक उदाहरण आठनेर जनपद क्षेत्र में सामने आया है। यहां पर सरपंच संघ ने महिला जनपद अध्यक्ष रोशनी ईवने पर अवैध रूप से पैसे मांगने और जांच के नाम पर धमकाने का आरोप लगाया है, लेनिक मामले की सबसे बड़ी खासियत यह है कि सरपंच संघ में जितनी पंचायतों के सरपंच जनपद अध्यक्ष के खिलाफ ज्ञापन देने पहुंचे उनमें से आधे से ज्यादा सरपंचों के पति थे, सरपंच नहीं थे, जबकि जनपद अध्यक्ष पर लगाए गए गंभीर आरोपों को देखते हुए यह चर्चा का विषय है कि शिकायत करते समय एक भी महिला दिखाई नहीं दी, अलबत्ता सभी पुरुष थे, इनमें से दो तीन सरपंच बताए जाते हैं बाकी सरपंचों के पति हैं। खबरवाणी को महिला सरपंचों की जो मोबाइल रिकार्डिंग प्राप्त हुई है उसमें महिला सरपंच स्पष्ट कह रही हैं, कि हमें तो सडक़ के मामले में ज्ञापन देने जाने की बात कही गई थी, दीदी (रोशनी ईवने) के खिलाफ ज्ञापन देने की जानकारी नहीं थी।
1. सोमवार को दिए गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने गांव की सडक़ों को पक्की सडक़ से जोडऩे के मामले का जिक्र बाद में किया है जबकि रोशनी इवने पर लगाए गए अरोपों पर ज्यादा फोकस किया है। खबरवाणी के पास कई शिकायतकर्ताओं की रिकार्डिंग है, जो यह कहते हैं हमें पूरे मामले की ही जानकारी नहीं है।
– जनपद अध्यक्ष ने अलग-अलग महिला सरपंचों की बात:-
मामले की गंभीरता को देखते हुए आठनेर जनपद अध्यक्ष रोशनी ईवने ने जिन महिला सरपंचों के नाम ज्ञापन में हैं उनसे अलग-अलग बातचीत की और उनकी रिकार्डिंग भी की है, रिकार्डिंग में महिला सरपंच कह रही हैं, कि दीदी हमें इस बात की जानकारी नहीं है कि आप पर पैसे मांगने और जांच के नाम पर धमकाने के आरोप लगाए गए हैं, हमें तो केवल सडक़ नहीं बनने की जानकारी थी, इसके अलावा ज्ञापन सौंपने आए कुछ पुरुषों का भी कहना था कि सरपंच संघ अध्यक्ष और जनपद अध्यक्ष ेका आपस में क्या मामला है हमें नहीं पता लेकिन हम ज्ञापन सौंपने गए थे, जैसा अध्यक्ष ने कहा वैसा ही किया और साइन भी किए हैं।
मेरे सामने की घटना है:-
हमने जो आरोप ज्ञापन में लगाए हैं वे सही हैं, सोमवार के दिन बाजार का दिन रहता है इसलिए महिला सरपंच बाजार करने चली गईं थी, इसलिए हमारे साथ ज्ञापन देने नहीं आ पाईं। मेरे सामने बाकुड़ ग्राम पंचायत की सरपंच मालती उईके से बेवजह की जानकारी मांगी जा रही थी और जानकारी भी जनपद अध्यक्ष के पति मांग रहे थे जनपद अध्यक्ष चुप बैठी थीं, ऐसी ही अन्य पंचायतों की भी शिकायत है।
जितेंद्र (पिंटू) उईके, अध्यक्ष, सरपंच संघ आठनेर