सांध्य दैनिक खबरवाणी, बैतूल
लाखों रुपए की लागत से राजधानी भोपाल की तर्ज पर खरीदा गया कचरा वाहन पुराने बाल मंदिर परिसर में खुद कचरा बन गया है। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार इस नए ट्रक का पंजीयन भी नहीं हुआ है। यह ट्रक कितने दिन बिना सडक़ों पर चला है इसकी भी जानकारी नगरपालिका प्रशासन को नहीं है।
1. सफाई अभियान के तहत नगरपालिका लगातार छोटे बड़े कचरा वाहन खरीद रही है। इतना महंगा वाहन कबाड़ की स्थिति में पहुंच गया है यह दर्शाता है कि सफाई अभियान को लेकर नगरपालिका कितनी गंभीर है। हालांकि कचरा वाहनों के मेंटेनेंस और रोजमर्रा के खर्चों को लेकर नगरपालिका द्वारा कोई खुलासा नहीं किया गया गया। क्योंकि इसमें भी गंभीर आर्थिक अनियमितताएं हैं। कचरा वाहन चालक ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि डीजल में मिलावट की जाती है और ज्यादा मात्रा का बिल पर हमें दस्तखत करना पड़ता है। शहर में कचरे का क्या आलम है यह किसी से छुपा नहीं है। सफाई कर्मियों की अस्थायी नियुक्ति में भी भ्रष्टाचार का बोलबाला है। जिसको लेकर समय-समय पर सफाईकर्मी विरोध स्वरूप प्रदर्शन भी कर चुके हैं। सफाई अभियान को नगरपालिका के सफाई माफिया ने दैनिक कमाई का जरिया बना लिया है। वैसे यही नहीं इसके अलावा भी लाखों रुपए मूल्य के कई अन्य वाहन भी मेंटेनेंस के अभाव में इसी तरह कबाड़ होने की राह देख रहे हैं। जिस पर नगरपालिका प्रशासन का ध्यान नहीं है। इस तरह शासकीय राशि के दुरूपयोग को लेकर राज्य सरकार को संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई करना चाहिए। जिससे आने वाले समय में शासकीय राशि के दुरूपयोग पर रोक लगाई जा सके।
* इनका कहना है
बाल मंदिर में कौन सा ट्रक खड़ा है, मुझे इसकी जानकारी नहीं है, मैं इस मामले को दिखवाता हूं।
* सतीश मटसेनिया, नपा सीएमओ, बैतूल
* इनका कहना है
मुझे भी बालमंदिर परिसर में इस ट्रक के बारे में जानकारी नहीं है, आज एक कार्यक्रम में व्यस्त हूं इसके बाद दिखवाती हूं।
* पार्वतीबाई बारस्कर, नपा अध्यक्ष, बैतूल