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Betul News – गर्मी से उबल रहे ट्रामा सेंटर के मरीज

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करोड़ों रुपए की बिल्डिंग में नहीं है हवा की सुविधा, आईसीयू को जनरल वार्ड बनाने से उपजी समस्या

Betul Newsबैतूल जिले भर से विभिन्न दुर्घटनाओं में घायल होने के बाद ट्रामा सेंटर के वार्ड में भर्ती होने वाले अस्थि रोगियों को इन दिनों भीषण गर्मी में हवा के लिए जहां तरसना पड़ रहा है। वहीं उन्हें पसीना बहाते हुए अपना उपचार कराने को मजबूर होना पड़ रहा है। यह स्थिति इसलिए निर्मित हुई है कि जिस वार्ड में अस्थि रोगियों को भर्ती किया जाता है उसमें पंखे लगाने की कोई व्यवस्था ही नहीं है।

दरअसल यह समस्या इसलिए उत्पन्न हुई है क्योंकि कोरोना के समय बनाए गए एयर कंडीशनर आईसीयू को कोरोना के बाद अस्थि वार्ड में तब्दील कर दिया है। इस वार्ड में सेंटल एसी से हवा पहुंचाए जाने की व्यवस्था है लेकिन इसका मेंटनेंस का ठेका एक साल पहले से खत्म हो जाने के कारण यह एसी पिछले साल से ही बंद पड़े हुए हैं। वहीं वार्ड में पंखा लगाने की जगह ही नहीं बची है।

इस स्थिति में सहज अनुमान लगाया जा सकता है कि इस गोदाम रूपी वार्ड में मरीज किस तरह से तकलीफ झेलते हुए अपना उपचार कराने को विवश हो रहे हैं लेकिन प्रबंधन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। इस अव्यवस्था का समाधान सिर्फ वार्ड तब्दील करने से ही हो सकता है लेकिन इसके लिए दृढ़ इच्छाशक्ति की आवश्यकता है।

एक साल से बंद है एसी | Betul News

ट्रामा प्रभारी डॉ. रूपेश पद्माकर ने बताया कि कोरोना काल को देखते हुए 2019 में ट्रामा सेंटर में आईसीयू बनाया गया था और सेंट्रल लाइन एसी लगाई गई थी। कोरोना खत्म होने के बाद ट्रामा में अस्थि रोगियों को भर्ती करने के लिए जगह की कमी होने के कारण इस आईसीयू को इन मरीजों के लिए उपलब्ध कराया गया।

पिछले साल एसी का मेंटनेंस कांट्रेक्ट खत्म हो गया है और पिछले साल से ही एसी बंद हो गए हैं। डायकिन कंपनी से मेंटनेंस का अनुबंध था। एसी चालू करवाने को लेकर अस्पताल के सिविल इंजीनियर संजय धुर्वे को भी बोला गया है। प्रयास किए जा रहे हैं कि किसी तरह से एसी चालू हो जाए जिससे मरीजों को सुविधा मिल सके।

अस्पताल प्रबंधन को करना है व्यवस्था | Betul News

स्वास्थ्य विभाग के सिविल इंजीनियर संजय धुर्वे ने बताया कि एसी मेंटनेंस का समय खत्म हो गया है। अब अगर आगे एसी चलाना है तो अस्पताल प्रबंधन को इसकी व्यवस्था करनी पड़ेगी। इस वार्ड में पंखे नहीं लगाए जा सकते हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग के संभागीय इलेक्ट्रिक इंजीनियर चेतन शर्मा ने भी एसी चालू करने के लिए अस्पताल प्रबंधन की ही जिम्मेदारी बताई है।

दोनों इंजीनियरों के जवाब से लग रहा है कि मरीजों की सुविधा को लेकर प्रबंधन गंभीर नहीं है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि अस्पताल प्रबंधन भी आंख बंद करके बैठा है।

भवनों पर हो रहे करोड़ों खर्च

कल ही बैतूल आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने की बात कही थी। आम जनता को यह बताया गया है कि बैतूल जिला अस्पताल अब 500 बिस्तर का हो गया है। भवनों पर करोड़ों रुपए खर्च करने से स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलती हैं। स्वास्थ्य सुविधाएं तब मिलती है जब पर्याप्त डॉक्टर, स्टाफ और अस्पताल में हवा, पानी, बिजली की व्यवसथा हो।

ट्रामा सेंटर में एसी बंद होने के मामले के साथ ही यहां पर लगी लिफ्ट भी शुरू नहीं हो पाई है। इससे लगता है कि सरकार भवनों का लोकार्पण कर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर देती है। जमीनी हकीकत देखने के लिए न तो जनप्रतिनिधि आते हैं और ना ही प्रशासन इस ओर रूख करता है जिसका खामियाजा मरीजों को उठाने मजबूर होना पड़ता है।

मरीजों की जुबानी उनकी परेशानी | Betul News

कमलेश विश्वकर्मा निवासी ग्राम ड्यूटिया तहसील मुलताई जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में लगभग 7 दिनों से भर्ती है। इनका एक्सीडेंट हुआ था तो गले की नस दब गई है, तब से वह ट्रामा सेंटर में भर्ती है। उनका कहना है कि वह जब से जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती हुए हैं यहां पर जो एसी लगे हुए हंै लेकिन वह बंद है। एक भी बार एसी चालू नहीं हुए जिससे गर्मी लगती है और घबराहट होती है। अगर एसी चालू हो तो मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

बहुत होती है गर्मी से घबराहट

शांति कुमरे निवासी प्रभात पट्टन उनका बेटा लगभग 20 दिनों से जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती है। शांति ने बताया है कि उनका बेटा छत से नीचे गिर गया था जिसमें उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया था जिसमें उनके बेटे के पैर में रॉड डाली हुई है । वह रॉड निकालने के लिए जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती हुए है।

वह लगभग 20 दिन से ट्रामा सेंटर में है उनका कहना है कि जब से वह यहां आए हैं तब से यहां की एसी बंद है, बाकी तो कोई और समस्या नहीं है। शांति का कहना है कि यहां गर्मी बहुत होती है घबराहट सी होती है अगर यहां की ऐसी चालू हो जाए तो अच्छा रहेगा।

लगातार बहता है पसीना | Betul News

पगडू टेकाम निवासी छत्तीसगढ़ बैतूल जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में लगभग 3 माह से भर्ती है। वह जिले के चिचोली क्षेत्र में बोरिंग मशीन का काम करने के लिए छत्तीसगढ़ से आए थे जहां पर काम करते समय मशीन का जैक पैर पर लग गया था जिसमें उनका पैर फैक्चर हो गया जब से वह जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती है।

उन्होंने बताया कि 3 माह से एक बार भी यहां की ऐसी चालू नहीं हुई जिससे रात और दिन गर्मी का सामना करना पड़ता है और काफी घबराहट भी होती है लगातार पसीना बहता है जिससे काफी दिक्कतें होती है अगर यहां की ऐसी चालू होती तो यहां बाकी तो कोई और दिक्कत नहीं है यह भी समस्या नहीं होती।

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27 thoughts on “Betul News – गर्मी से उबल रहे ट्रामा सेंटर के मरीज”

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