पत्नी से विवाद होने पर जमीन पर पटका था मासूम को
Betul News: बैतूल। पत्नी से विवाद होने पर पिता ने अपनी ही मासूम बच्ची को जमीन पर दो बार पटक दिया जिससे उसके कान से खून निकलने लगा था। बच्ची को मोर्शी के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उसकी मौत हो गई। पुलिस ने हत्यारे पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
पत्नी से हुआ था विवाद
पुलिस ने बताया कि 02 नवम्बर को तुकाराम पिता झोरे शैलूकर उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम सोनोरा, अपनी बहन जसवंती के घर ग्राम मानी में अपनी पत्नी लक्ष्मी और एक वर्ष की मासूम बेटी छतरु उर्फ राजवंती के साथ मेहमानी में आया था। घटना के समय तुकाराम और उसकी पत्नी लक्ष्मी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ, जिसके कारण तुकाराम को अत्यधिक क्रोध आ गया। तुकाराम ने अपनी ही मासूम बेटी छतरु उर्फ राजवंती को गुस्से में उठाकर दो बार जमीन पर जोर से पटक दिया। इस दर्दनाक कृत्य के परिणामस्वरूप बच्ची के कानों से खून बहने लगा। तुकाराम की बहन जसवंती ने बच्ची की हालत देखकर उसे तुरंत तुकाराम से अलग किया और इलाज के लिए गांव के स्थानीय दवाखाने लेकर गई। हालत गंभीर देखते हुए बच्ची को मोर्शी महाराष्ट्र के अस्पताल भेजा गया, जहां बच्ची को उसके पिता तुकाराम द्वारा भर्ती कराया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान मासूम बच्ची की मौत हो गई।
पुलिस ने किया आरोपी को गिरफ्तार
इस हृदयविदारक घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक द्वारा आरोपी की तत्काल गिरफ्तार किए जाने हेतु थाना प्रभारी आठनेर को निर्देशित किया गया। निर्देशानुसार आठनेर पुलिस द्वारा बालिका की हत्या के जुर्म में आरोपी तुकाराम पिता जगलिया शेलूकर के खिलाफ अपराध क्रमांक 430/24 के तहत धारा 103 बी.एन.एस. (भारतीय दंड संहिता के तहत हत्या) के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया गया। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपी तुकाराम को दिनांक 05/11/2024 को गिरफ्तार किया और उसे माननीय न्यायालय भैंसदेही में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
इस संवेदनशील मामले के खुलासे में आठनेर थाना प्रभारी निरीक्षक बबीता धुर्वे, उप निरीक्षक नितिन ऊईके, सहायक उप निरीक्षक दिनेश धुर्वे, आरक्षक अनूप सोनी, गिरिराज और धाकड़ ने तत्परता से कार्रवाई की और आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की। उनके इस प्रयास के लिए बैतूल पुलिस अधीक्षक श्री निश्चल झारिया द्वारा सराहना व्यक्त की गई है।
एसपी ने जारी की अपील
बैतूल पुलिस अधीक्षक निश्चल एन.झारिया ने इस घटना को लेकर एक विशेष अपील जारी की है, जिसमें बच्चों के प्रति समाज में संवेदनशीलता और जिम्मेदारी का भाव बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि बच्चे समाज का भविष्य हैं और उनकी सुरक्षा सभी का नैतिक दायित्व है। माता-पिता और अभिभावकों को बच्चों के प्रति धैर्य और संवेदनशीलता से व्यवहार करना चाहिए। छोटी-छोटी बातों पर गुस्से में आकर बच्चों के साथ हिंसा करना न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि यह समाज के लिए भी घातक है। बैतूल पुलिस इस दिशा में समाज को जागरूक करने के लिए विभिन्न जागरूकता अभियान चलाने की योजना बना रही है। पुलिस विभाग द्वारा बच्चों की सुरक्षा, देखभाल, और उनसे प्रेमपूर्वक व्यवहार पर विशेष ध्यान देने का संदेश दिया जा रहा है ताकि समाज में ऐसी हृदयविदारक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।