एक साथ 102 स्कूल, 89 आंगनवाड़ी केंद्र में 15 हजार बच्चों ने पढ़ा स्वच्छता का पाठ
बैतूल। इंदौर की तर्ज पर बैतूल को स्वच्छता में अव्वल लाने के लिए नगर पालिका बैतूल ने अनूठा नवाचार किया है। शहर के 102 स्कूल और 89 आंगनवाड़ी केंद्रों में आज एक साथ स्वच्छता की पाठशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन में दिग्गजों ने टीचर के रूप में बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। इस कार्यक्रम में लगभग 13 हजार बच्चों ने स्वच्छता को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।और अपने घर, अपने स्कूल, अपने शहर को स्वच्छ बनाने की शपथ ली।
सबसे खास बात यह थी कि जिस स्कूल में 28 साल तक टीचर रहे दुर्गादास उइके आज केंद्रीय राज्यमंत्री के रूप में पहुंचे और उन्होंने अपने विद्यार्थियों को उसी अंदाज में स्वच्छता का पाठ पढ़ाया जैसा पहले कभी वे टीचर के रूप में पढ़ाते थे। इस आयोजन में भागीदारी करने वाले जनप्रतिनिधि, अधिकारी, समाजसेवी, डॉक्टर, अधिवक्ता, पत्रकार आदि ने कार्यक्रम की काफी सराहना की। उनका कहना था कि अगर बच्चे स्वच्छता को अपना लेंगे तो इस शहर को स्वच्छता में अव्वल लाने में बड़ी मदद मिलेगी।
इन दिग्गजों ने पढ़ाया स्वच्छता का पाठ
अलग-अलग क्षेत्रों में अपने नाम का परचम लहराने वाले दिग्गजों ने आज गुरु के रूप में स्कूली बच्चों को सहजता और सरलता के साथ स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। इनमें केंद्रीय राज्यमंत्री दुर्गादास उइके, बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पंवार, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर, कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, एसपी निश्चल एन झारिया, जिला पंचायत सीईओ अक्षत जैन, सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया, नगर पालिका बैतूल की पहली महिला ब्रांड एम्बेसेडर श्रीमती नेहा गर्ग सहित अन्य क्षेत्रों से अधिकारी, जनप्रतिनिधि, पार्षद, अधिवक्ता, डॉक्टर, पत्रकार, समाजसेवियों ने स्कूलों में पहुंचकर टीचर बन स्वच्छता का पाठ पढ़ाया।
स्वच्छता की शुरूवात स्वयं से करनी पड़ेगी: उइके
केंद्रीय राज्यमंत्री दुर्गादास उइके शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल गंज में स्वच्छता का पाठ पढ़ाने पहुंचे। उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता की शुरूवात स्वयं से करनी पड़ेगी। उन्होंने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 से स्वच्छता का आंदोलन शुरू किया था। और देश में करोड़ों शौचालय बनवाए जिसके कारण बाहर खुले में शौच जाना बंद हुआ और हमें गंदगी से मुक्ति मिली। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि गांधी जी अपने घर की और शौचालय की सफाई खुद करते थे। उन्होंने हमेशा संदेश दिया कि अगर हम स्वयं स्वच्छता को अपनाएंगे तो निश्चित रूप से हर जगह स्वच्छता रहेगी। इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. अनिल सिंह कुशवाह, पार्षद विजय जसूजा, प्राचार्य एलएल लिल्लौरे उपस्थित थे।
परिवार का करेंगे सम्मान: खण्डेलवाल
पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय में स्वच्छता की पाठशाला को संबोधित करते हुए बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने नगर पालिका के नवाचार की सराहना करते हुए कहा कि बच्चों को स्वच्छता अपनाना चाहिए और अपने परिवार के सदस्यों को भी स्वच्छता अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उन्होंने बच्चों से अपील की है कि आज से ही अपने घर में पालीथिन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए अपने परिजनों से बात करें। जिन परिवारों में पालीथिन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लग जाएगा उन परिवारों का हमारे द्वारा सम्मान किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि स्वच्छता में अभी इंदौर पहले नंबर पर है, अब हम सब मिलकर प्रयास करें तो बैतूल भी स्वच्छता में अव्वल आ सकता है। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य बबला शुक्ला, प्राचार्य आरएन पांडे, सीएमओ ओपी भदौरिया भी मौजूद थे।
बीमारी से बचना है तो अपना होगी स्वच्छता: पंवार
शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बैतूल में स्वच्छता की पाठशाला को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष राजा पंवार ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि अगर हमें बीमारी से बचना है तो स्वच्छता को अपनाना होगा, क्योंकि हमारे आसपास की गंदगी से ही हमें बीमारी ग्रसित करती है। श्री पंवार ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो स्वच्छता का अभियान चलाया है उसको निरंतर चलाते रहना है और स्वच्छता के प्रति खुद जागरूक होने के साथ ही परिवार को भी जागरूक करना है।
स्वच्छता में करते हैं देवता वास: सूर्यवंशी
शासकीय कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल गंज में स्वच्छता की पाठशाला को टीचर के रूप में संबोधित करते हुए कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने सबसे पहले छात्राओं को देखकर खुशी जताते हुए कहा कि मेरी दो बेटी हैं और बेटियों के बीच जाना मुझे अच्छा लगता है। उन्होंने यह बात भी कही कि जिस स्कूल में केंद्रीय राज्यमंत्री टीचर रहे वे आज स्वच्छता का पाठ पढ़ा रहे हैं यह भी खुशी की बात है। उन्होंने छात्राओं को स्वच्छता की जानकारी देते हुए कहा कि जहां स्वच्छता रहती है वहां देवी -देवता वास करते हैं। मतलब स्वच्छता से समृद्धि आती है इसलिए हमें अपने जीवन स्वच्छता को अपनाना चाहिए।
नियमित पढ़ाया जाना चाहिए पाठ्यक्रम:झारिया
रेड रोज स्कूल में स्वच्छता की पाठशाला को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक निश्चल झारिया ने कहा कि समाज को, परिवार को कुछ देना है तो उसकी पहली सीढ़ी स्वच्छता होती है। क्योंकि स्वच्छता से ही हम स्वस्थ रहते हैं और स्वस्थ व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन बखूबी कर सकता है। श्री झारिया ने स्वच्छता की पाठशाला को लेकर सुझाव देते हुए कहा कि नगर पालिका ने जो पाठ्यक्रम तैयार किया है इस पाठ्यक्रम की स्कूलों में नियमित पढ़ाई होनी चाहिए जिससे बच्चों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता आएगी और ऐसे आयोजन हमें बार-बार नहीं करने पढ़ेंगे।
अपने घर और शहर को रखें स्वच्छ:बारस्कर
महारानी लक्ष्मी बाई कन्या शाला में छात्राओं को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने पहुंची नगर पालिका बैतूल की अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमें संकल्प लेना है कि हम अपने घर, अपने मोहल्ले, अपने स्कूल और अपने शहर को स्वच्छ रखेंगे और स्वच्छता के प्रति सभी को जागरूक करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि पालीथिन के उपयोग पर रोक लगाने के लिए भी जागरूक करेंगे और सभी से अपील करेंगे कि सामग्री खरीदने के लिए घर से थैला लेकर ही जाएंगे। इस मौके पर एडीशनल एसपी श्रीमती कमला जोश ी ने भी छात्राओं को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया।
स्वच्छता को उतारे जीवन में: भदौरिया
पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय में स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हुए नपा सीएमओ ओमपाल सिंह भदौरिया ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता को अपने जीवन में उतारे, घर से निकलने वाले कचरे को नगर पालिका के कचरा वाहन में ही डाले। उन्होंने स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए विद्यार्थियों से कहा कि खाना खाने से पहले हाथ जरूर धोना है। आज यहां से संकल्प लेकर जाना है कि स्वयं और परिवार के सदस्य कचरे को बाहर नहीं फे केंगे।
अनुपयोगी सामान का करें उपयोग: नेहा गर्ग
शहर के सबसे बड़े आरडी पब्लिक स्कूल में स्वच्छता की पाठशाला को संबोधित करते हुए नगर पालिका की ब्रांड एम्बेसेडर श्रीमती नेहा गर्ग ने विद्यार्थियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि जो कचरा फेंकने लायक है उसे हम कचरा वाहन में फेंंके। वहीं कुछ कचरा ऐसा होता है जिससे हम खाद बना सकते हैं और इसे हम घर के गार्डन में उपयोग कर सकते हैं। वहीं घर में पड़े अनुपयोगी सामान जो कबाड़ की स्थिति में रहते हैं उनका हम बेहतर उपयोग कर सकते हैं। कलाकृतियां बना सकते हैं। बॉटल से गार्डन सजा सकते हैं। उन्होंने कुछ उदाहरण देते हुए कहा कि शहर के चौक-चौराहों पर कबाड़ से बनी सुंदर कलाकृति लगी हुई हैं। वैसी कलाकृति हम घर में निकलने वाले कबाड़ से बना सकते हैं।
क्लीन रखना हमारी जिम्मेदारी: ऋतु खण्डेलवाल
आरडी पब्लिक स्कूल की डायरेक्टर श्रीमती ऋतु खण्डेलवाल ने स्वच्छता की पाठशाला को संबोधित करते हुए कहा कि क्लीन करने की जिम्मेदारी सरकार या नगर पालिका की नहीं होती है। यह जिम्मेदारी हमारी भी होती है। महात्मा गांधी ने भी कहा था कि स्वच्छता की शुरूवात खुद को करनी पड़ती है। उन्होंने विद्यार्थियों से स्वच्छता के प्रति अपने परिजनों और अपने रिश्तेदारों को जागरूक करने की अपील की। स्वच्छता की पाठशाला में आरडी स्कूल में ब्रांड एम्बेसेडर श्रीमती नेहा गर्ग, शिक्षाविद् श्रीमती साधना चौहान, समाजसेवी श्रीमती किरण खण्डेलवाल, पार्षद श्रीमती ममता मालवीय भी मौजूद थीं।