Betul News – ड्यूटी पर तैनात वनकर्मी की सडक़ दुर्घटना में मौत

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सडक़ पर पड़ा देख एनएचएआई की एम्बुलेंस ने पहुंचाया अस्पताल

बैतूल। एक वनकर्मी की ड्यूटी के दौरान अज्ञात वाहन की टक्कर से घायल हो गए थे। वह सडक़ पर पड़े हुए थे जिन्हें देखकर एनएचएआई की एम्बुलेंस से अस्पताल पहुंचा गया जहां उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। वनकर्मी दक्षिण वन मंडल के बिच्छू खान आमला में पदस्थ थे और जो वन नाके का काम खत्म करके घर लौट रहा था इसी दौरान उनका एक्सीडेंट हुआ।

हाईवे पर हुआ था एक्सीडेंट

प्राप्त जानकारी के अनुसार नरेंद्र पिता रामस्वरूप साहू उम्र 38 वर्ष निवासी दतिया जो कि दक्षिण वन मंडल में बिच्छू खान आमला में पदस्थ था वनकर्मी बुधवार वन नाके बनाने के लिए आये हुए थे और वहां से अपना काम खत्म करके रात 9 के करीब अपनी स्कूटी से वापस आमला जाने के लिए निकले थे तभी साई खंडारा और पंखा के बीच वन कर्मी सडक़ दुर्घटना का शिकार हो गये जिसमें वनकर्मी को गंभीर चोटें आई थी।

एम्बुलेंस से लाया अस्पताल

गुरुवार सुबह राहगीरों ने देखा कि कोई युवक गंभीर हालत में यहां पड़ा हुआ है जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना एनएचएआई एंबुलेंस को दी। सूचना पर एंबुलेंस घटनास्थल पर पहुंची और वनकर्मी को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया जहां पर डॉक्टरों ने जांच के बाद युवक को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद इसकी सूचना नरेंद्र के बाकी साथियों को लगी तो वह भी अस्पताल पहुंचे जहां पर युवक के शव का पोस्टमार्टम कर फॉरेस्ट कर्मी युवक के शव को वन विद्यालय लेकर पहुंचे जहां अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद शव को दतिया के लिए रवाना कर दिया गया है जहां शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

फरवरी में हुई थी पिता की मौत

जानकार बताते हैं कि घटना को लेकर एक दुखद संयोग यह भी है कि नरेंद्र के पिता राम स्वरूप साहू की मौत भी पिछले साल फरवरी माह में हुई थी। वे अशोक नगर में जनपद सीईओ थे। नरेंद्र बहुत ही मिलनसार व्यक्ति थे। पिछले सात साल से आमला में पदस्थ थे। उनके दो बच्चे एक बेटा और एक बेटी हैं। उनके निधन की खबर से आमला में उनके जानकारों को दुख पहुंचा है। खबरवाणी परिवार ने भी उनके निधन पर शोक संवेदनाएं व्यक्त की है।

इनका कहना है

नरेंद्र साहू वन विभाग के अच्छे कर्मचारी थे। उनके निधन से विभाग को क्षति हुई है। वन विद्यालय में उनको श्रद्धांजलि दी गई है और उनका शव दतिया रवाना किया गया है। अंतिम संस्कार के लिए विभाग के द्वारा आर्थिक सहायता भी दी गई है।

निधि चौहान, प्रभारी रेंजर