Search ई-पेपर ई-पेपर WhatsApp

Betul News – 69 वर्षों में बैतूल की पहली महिला ईई बनी प्रीति पटेल

By
On:

पापा के सपने को साकार करने बनी इंजीनियर

Betul Newsबैतूल (सांध्य दैनिक खबरवाणी) मशहूर फिल्म कयामत से कयामत तक का यह प्रसिद्ध गीत पापा कहते हैं बेटा बड़ा नाम करेगा बेटा हमारा ऐसा काम करेगा… इस गीत को एक बेटी ने ना सिर्फ सच कर दिखाया है बल्कि अपने पिता के सपने को साकार भी कर दिया है। दरअसल हम बात कर रहे हैं पीडब्ल्यूडी में पदस्थ कार्यपालन यंत्री श्रीमती प्रीति पटेल की जो कि पहली महिला ईई बनने का गौरव हासिल कर चुकी है। श्रीमती पटेल का शौक तो फैशन डिजाईनर बनने का था लेकिन उनके पिता का सपना था कि बेटी इंजीनियर बने। पिता के इस सपने को साकार करने के लिए प्रीति पटेल ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और आज वे 1955 में मप्र के गठन के बाद पिछले 68 वर्षों में लोक निर्माण विभाग में बैतूल की पहली महिला ईई का गौरव प्राप्त कर चुकी है।

जबलपुर से की इंजीनियरिंग की पढ़ाई | Betul News

जबलपुर में स्व. महेशचंद्र वर्मा और श्रीमती पुष्पा वर्मा के घर 27 अक्टूबर 1983 को जन्मी प्रीति पटेल पढ़ाई के दौरान फैशन डिजाईनर में अपना कैरियर बनाना चाहती थी लेकिन उनके पिता चाहते थे कि वह इंजीनियरिंग के क्षेत्र में जाए। पिता ने ही उनको जबलपुर के इंजीनियरिंग कालेज में सिविल ब्रांच दिलाया था। बीई की पढ़ाई करके प्रीति पटेल प्राईवेट इंजीनियरिंग कालेज में प्रोफेसर बनी। इसके बाद इनकम टैक्स डिर्पाटमेंट में जूनियर इंजीनियर के पद पर एक साल कार्यरत रही।

एमपीपीएससी में हुआ चयन

2008-09 में प्रीति पटेल ने एमपीपीएससी की परीक्षा दी। 2010 में उनका चयन हुआ और उसके पश्चात् प्रदेश के विभिन्न जिलों में अपनी सेवाएं दी है। अक्टूबर 2023 में उनकी पदस्थापना ईई के रूप में बैतूल में हुई।

58 ईई थे पुरूष पहली ईई बनी महिला | Betul News

लोक निर्माण विभाग बैतूल में अभी तक 59 ईई पदस्थ हो चुके है। जिसमें 58 ईई पुरूष रहे हैं। बैतूल के इतिहास में पहली महिला ईई के रूप में श्रीमती प्रीति पटेल को कार्य करने का मौका मिला। लोक निर्माण विभाग में वैसे भी महिला अधिकारियों की कमी है। बताया जा रहा है कि फील्ड पोस्टिंग में पूरे प्रदेश में अभी सिर्फ 3 महिला अधिकारी ही हैं जिनमें एक प्रीति पटेल भी शामिल है।

बैतूल में अच्छी सड़कें बनाने का प्रयास

सांध्य दैनिक खबरवाणी से चर्चा के दौरान प्रीति पटेल ने बताया कि जब बैतूल में पोस्टिंग हुई थी उस समय विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई थी। और इसके बाद अभी लोकसभा चुनाव की तैयारियां चल रही हैं जिसके कारण काम करने का ज्यादा मौका नहीं मिला। हम चाहते हैं कि बैतूल जिले में अच्छी सड़कें बने जिसके लिए नए प्रस्ताव भी बनाए हैं और कुछ प्रस्ताव विधायकों के प्रयासों से स्वीकृत हो गए हैं। उन्होंने बताया कि बजट की कमी के कारण कुछ दिक्कतें आती हैं जिससे पूरे काम नहीं हो पाते हैं। प्रीति पटेल का कहना है कि नौकरी में आने पर मां श्रीमती पुष्पा वर्मा का पूरा सहयोग रहा है जिसके कारण वे अच्छे तरीके से नौकरी कर पा रही है।

For Feedback - feedback@example.com

Related News

Home Icon Home E-Paper Icon E-Paper Facebook Icon Facebook Google News Icon Google News