पूर्व विधायक गंजन ने रंजन को बनाया था अनुवादक
Betul News – बैतूल – भैंसदेही विधानसभा सीट से 1993 में कांग्रेस की टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए गंजन सिंह कुमरे चिचोली के पास ही निवास करते थे। इसी तरह से चिचोली के पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष कमल रंजन शुक्ला भी चिचोली के पास ही असाड़ी ग्राम के निवासी थे। एक ही राजनैतिक दल कांग्रेस में सक्रिय होने के साथ-साथ दोनों व्यक्तिगत रूप से भी अभिन्न मित्र थे। इसे संयोग कहे या ईश्वर की माया कमल रंजन शुक्ला के निधन के एक माह के भीतर ही उनके अभिन्न मित्र गंजन सिंह का कल निधन हो गया।
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पिछले दिनों अस्वस्थ होने के बावजूद गंजन सिंह कुमरे उनके अभिन्न मित्र कमल रंजन शुक्ला के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में पहुंचे थे और अपने आत्मीय मित्र को श्रद्धा सुमन अर्पित किये थे। चिचोली क्षेत्र में इन दोनों ही मित्रों की जोड़ी चर्चित थी। सामाजिक क्षेत्र के साथ-साथ राजनीति में भी दोनों एक साथ कार्य करते रहे। दोनों बेबाक और कर्मठ थे। एक बार एक कार्यक्रम के दौरान गंजन सिंह कुमरे ने अपने भाषण में अपने मित्र को अनुवादक के रूप में रखा था। वाक्या इस प्रकार है कि गंजन सिंह के विधायकी कार्यकाल के समय जिले के प्रभारी मंत्री स्व. हजारीलाल रघुवंशी के मुख्य आतिथ्य चिचोली ब्लाक के सिपलयी ग्राम में आमसभा चल रही थी। तभी मंत्री हजारीलाल रघुवंशी ने गंजन सिंह से गोंडी भाषा में उद्बोधन देने का आग्रह किया । इस पर गंजन सिंह ने कहा था कि मैं अपने क्षेत्र की समस्या आपके समक्ष रखना चाहता हूं। भाषण के दौरान आखिरी में गंजन सिंह अपने आत्मीय कमल रंजन को अपने बगल में एक माईक पर खड़ा किया और मंत्री हजारीलाल की इच्छा पूरी की। गंजन सिंह ने गोंडी बोली में अपना भाषण दिया और कमल रंजन शुक्ला उसका हिन्दी में अनुवाद करते गए। हजारीलाल रघुवंशी ने अपने उद्बोधन में कहा था कि गंजन और रंजन की जोड़ी ने कमाल कर दिया। तभी से क्षेत्र में गंजन और रंजन की जोड़ी मशहूर हो गयी। गंजन रंजन जैसी दोस्ती और जुगलबन्दी अब राजनीति में देखने को नहीं मिलती है। सांध्य दैनिक खबरवाणी की ओर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धासुमन अर्पित है।
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